किशनगंज शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, कूड़ेदान से मिला शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र
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किशनगंज शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, कूड़ेदान से मिला शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र

Bihar Education Department: ठाकुरगंज प्रखंड के नियोजित शिक्षकों का सक्षमता परीक्षा का सैकड़ों मूल प्रवेश पत्र शिक्षा विभाग के कचड़े से मिला है. शिक्षा विभाग की इस लापरवाही से इलाके के सभी शिक्षकों में गुस्सा है.

किशनगंज शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, कूड़ेदान से मिलगा शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र

किशनगंज : किशनगंज शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही का मामला प्रकाश में आया है. नियोजित शिक्षकों की किस्मत जिस दस्तावेज के माध्यम से खुलने वाली थी, जिस दस्तावेजों के आधार पर राज्यकर्मी का दर्जा मिलना था. वही दस्ताबेज मिला शिक्षा विभाग के शौचालय और कूड़ेदान के अंदर मिला है. 

बता दें कि विभाग के द्वारा फरवरी 2024 महीने में सक्षमता परीक्षा आयोजित किया गया था. उस परीक्षा में सफल हुए नियोजित शिक्षकों का मार्च माह में वेरिफिकेशन के दौरान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के कार्यालय में सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र को बीआरसी के लिपिकों के माध्यम से जमा किया गया था. यह प्रवेश पत्र इसलिए काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इस दस्तावेज के माध्यम से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलने वाला है. साथ ही अभी एक अगस्त 2024 को सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए जिले में काउंसलिंग होना है, नियोजित शिक्षकों को काउंसलिंग में मूल प्रमाण पत्र के साथ सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र को लेना भी अनिवार्य किया गया है.

वही जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के कार्यालय में जमा शिक्षकों के सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्रों को 20 जुलाई से 22 जुलाई के बीच नियोजित शिक्षकों को वापस किया गया, लेकिन ठाकुरगंज के शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा का प्रवेश पत्र वितरण नहीं किया गया था. क्योंकि उन लोगों का प्रवेश पत्र कार्यालय से गायब था. जिसके बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमारी ने आनन फानन में ठाकुरगंज प्रखंड संसाधन केंद्र के लेखा सहायक सुमित कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के स्थापना कार्यालय के लिपिक साकेत सुमन के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्यालय से गायब हुए. हालांकि ठाकुरगंज प्रखंड संसाधन केंद्र के लेखा सहायक सुमित कुमार के द्वारा स्थापना कार्यालय के लिपिक साकेत सुमन को चार माह पूर्व ही ठाकुरगंज शिक्षकों के दस्तावेजों को सौंप दिया गया था.

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के नोटिस मिलने के बाद जब कल शिक्षा विभाग के रोलबाग स्थित पुराने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के कार्यालय में खोजबीन शुरू की गई तो कार्यालय के कूड़े और शौचालय से सैकड़ो मूल प्रमाण पत्र बरामद हुआ जो कार्यालय से गायब था. साथ ही बता दें कि ठाकुरगंज के नियोजित शिक्षकों के लगभग 700 मूल प्रवेश प्रमाण पत्रों में से लगभग 630 के आस पास प्रमाण पत्र कूड़े से मिला जबकि अब भी 70 से अधिक प्रमाणपत्र गायब है. वही स्थानीय लोगों ने शिक्षा विभाग के लापरवाह क्लर्क साकेत सुमन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से मामले की जांच के बाद कार्रवाई करने का मांग किया है.

वही जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमारी से पूछने पर उन्होंने कहा कि एक प्रखंड का फ़ाइल कार्यालय से गायब था जब मेरे द्वारा नोटिस जारी किया गया तो फ़ाइल मिल गया. उन्होंने कहा कि ठाकुरगंज के शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र गायब था फिलहाल शिक्षकों को उसका प्रमाणपत्र वितरण की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने कहा कि लापरवाही क्लर्क के खिलाफ नोटिस भी जारी किया गया है आगे जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी कि जायेगी.

इनपुट- अमित कुमार सिंह 

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