Bihar News : महाविधालय के प्राचार्य द्वारा शोषित मानसिकता से लगातार कार्य कराया जा रहा है. वेतन के नाम पर विश्वविद्यालय से लेकर महाविधालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. जिससे में मानसिक रूप से टूट चुका है समय रहते विश्वविद्यालय द्वारा भुगतान नही कोई जाने से मेरे परिवार को दो रोटी के लिए लाले पड़े है.
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छपरा : छपरा का जयप्रकाश विश्वविद्यालय में उसे समय अफरातफरी का माहौल हो गया. जब भरे छात्रों के बीच एक व्यक्ति ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल आत्महत्या करने का कोशिश किया. हालांकि घटनास्थल पर मौजूद छात्रों द्वारा बीच बचाव करते हुए आक्रोशित व्यक्ति के हाथ से पेट्रोल का डब्बा और माचिस छीन लिया गया. शरीर पर पेट्रोल उड़ेले जाने के साथ ही हल्ला और चिल्लाचोट होने लगा। आत्मदाह करने वाले व्यक्ति की पहचान राजेन्द्र कॉलेज के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी राजेन्द्र राज उर्फ भोला के रूप में हुआ है. घटना के बाद पहुंची पुलिस हिरासत में लेते हुए मुफ्फसिल थाना लेकर चली गई. घटनास्थल पर मौजूद छात्र और पुलिसकर्मियों के तत्परता से बड़ा हादसा बाल बाल बच गया.
घटना के बाद पुलिस कब्जे में आत्मदाह की कोशिश करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह राजेन्द्र कॉलेज में दैनिक भोगी वेतन कर्मचारी के रूप में कार्यरत है. पिछले 5 वर्षों से वेतन के नाम पर कुछ भी नही मिला है साथ ही. महाविधालय के प्राचार्य द्वारा शोषित मानसिकता से लगातार कार्य कराया जा रहा है. वेतन के नाम पर विश्वविद्यालय से लेकर महाविधालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. जिससे में मानसिक रूप से टूट चुका है समय रहते विश्वविद्यालय द्वारा भुगतान नही कोई जाने से मेरे परिवार को दो रोटी के लिए लाले पड़े है. अतः विश्वविद्यालय परिसर में आत्मदाह कर अपनी जीवन लीला समाप्त करना चाह रहा हूं. मुझे या तो वेतन दिया जाय या फिर मौत की अनुमति दी जाए.
विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में कुलपति ऑफिस के सामने आत्मदाह की कोशिश किये जाने के बाद चारो तरफ छात्र और अधिकारियों का जमावड़ा लग गया. सभी लोग चिल्लाने लगे जिसके बाद पुलिस हरकत में आई. इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रबंधन कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है. पीड़ित राजेन्द्र राज अपने परिवार के साथ आत्मदाह करने केंलिय विशवविद्यालय में पहुचे हुए थे. पत्नी में बताया कि विगत 5 वर्षों से वेतन नही मिलने पर परिवार को भरण पोषण के लिए समस्या उत्पन हो गई है. बच्चों के स्कूल का फी समय से नही दिया जा रहा है जिसके बाद वह लगातार डिप्रेशन में है. आज विश्वविद्यालय में काम कराने के नाम पर पेट्रोल लेकर पहुंचे और आत्मदाह का कोशिश की.
इनपुट - राकेश