पटना: पटना जिले के बिहटा थाना में RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे साले व पूर्व सांसद सुभाष यादव एवं उनकी पत्नी रेणु और उनके बेटे समेत सात लोगों पर FIR दर्ज किया गया है. इन सभी पर रंगदारी, दबंगई और जमीन पर कब्जा करने का मामला दर्ज हुआ है. जमीन रजिस्ट्री कराकर पैसा नहीं देने का आरोप है, वही इसको लेकर अब राजनीति भी हो रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


इस मामले को लेकर बीजेपी ने महागठबंधन की सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी के प्रवक्ता अजफर शम्सी ने कहां की नई बात नहीं है 1990 से 2005 तक की जो स्थिति थी अब उसी की ओर महागठबंधन के लोग ले जा रहे हैं. यह कोई नई बात नहीं है लालू यादव या उनका परिवार या उनके साले सब एक ही है उस समय जिस तरह से जंगल राज था उसी का दूसरा रूप अभी 6 महीने की महागठबंधन की सरकार में देखने को मिल रही है. आने वाले दिनों में महागठबंधन की सरकार में और भी बदतर स्थिति हो जाएगी, यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है. प्रतिदिन अपराध बढ़ता जा रहा है जो सरकार में बैठे लोग हैं उनके नाक के नीचे क्राइम हो रहा है और सरकार के लोग चुपचाप देख रहे हैं. इसलिए यहां पर जेडीयू की सरकार नहीं है बल्कि उससे ऊपर आरजेडी का पूरी तरह से कब्जा है. क्राइम करप्शन हो जमीन कब्जा करने के बाद दो जो चीज जंगलराज में था वहीं जंगल राज 2 की स्थिति 6 महीनों में बिहार की हो गई है.


RJD की प्रवक्ता सारिका पासवान ने कहा कि सुभाष यादव आरजेडी के किसी भी पद पर नहीं है और नहीं पार्टी के सदस्य हैं. आरजेडी का सुभाष यादव से कोई लेना देना नहीं है रिश्ते में बहुत लोगों के बहुत लोग होते हैं. बाहर में कौन क्या करता है इससे पार्टी की छवि खराब नहीं होती है. आरजेडी एक बहुत बड़ा परिवार है बीजेपी क्या कहेगी पूरे देश में महा जंगलराज चल रहा है जो बीजेपी के नेता बोल रहे हैं. पहले वह बताएं कि उनसे 6 महीने के अंदर कितनी जमीन लिखवाई गई है और कहां-कहां उनसे रंगदारी टैक्स वसूल किया गया है. वह जवाब दें बिहार में जंगलराज नहीं बल्कि मंगल राज्य है.


आरजेडी का प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा लालू यादव के साले सुभाष यादव का लालू यादव से उस परिवार से तेजस्वी यादव से सुभाष यादव का अब कोई रिश्ता नहीं है. कई कार्य पर प्रयोजन दोनों परिवार में हुआ है लेकिन दोनों परिवार में कोई एक दूसरे के यहां नहीं गया है. ऐसी स्थिति में किसी भी मामले को लालू यादव से जोड़ देना यह बीजेपी का एक निजी चाल है और बीजेपी अब काम छोड़कर चुगल्पन में उतर आई है.


जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि यह नीतीश कुमार का बिहार है क्राइम के साथ नो कंप्रोमाइज की नीति रही है. कोई किसी भी पद पर बैठा व्यक्ति या कितना भी रसूखदार व्यक्ति क्यों ना हो अगर गड़बड़ी करेगा तो निश्चित रूप से कार्रवाई जरूर की जाएगी हर मामले की जांच तथ्यों सबूतों और गवाहों के आधार पर हो रही है. आगे की कार्रवाई जरूर होगी.


इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव


ये भी पढ़िए-  Lok Sabha Election 2024: नीतीश के महागठबंधन में शामिल होंगे केजरीवाल या बनाएंगे अलग मोर्चा? जानिए संजय सिंह ने क्या कहा?