मशरक में अव्यवस्था का शिकार हुआ सरकारी स्कूल, न शिक्षक आते हैं न बनता है भोजन
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1263514

मशरक में अव्यवस्था का शिकार हुआ सरकारी स्कूल, न शिक्षक आते हैं न बनता है भोजन

 ग्रामीणों की शिकायत थी कि मिड डे योजना, पोशाक राशि, पुस्तक आदि तमाम सरकारी योजनाओं का हाल बुरा है. विद्यालय कभी समय से नहीं खुलता है. प्रधानाध्यापक मेराज अहमद लगातार गायब रहते हैं. 

मशरक में अव्यवस्था का शिकार हुआ सरकारी स्कूल, न शिक्षक आते हैं न बनता है भोजन

छपराः मशरक में सरकारी विद्यालय में कुव्यवस्था से ग्रामीण आक्रोशित हैं. सोमवार को गांव वालों ने विद्यालय परिसर में बैठक की. मशरक प्रखण्ड के बहरौली पंचायत अंतर्गत देवरिया नरौनी टोला नव प्राथमिकी विद्यालय में व्याप्त कुव्यवस्था व अनियमितता को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा. ग्रामीणों ने पंचायत के मुखिया अजीत सिंह की मौजूदगी में विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही इसकी सूचना बीडीओ मशरक को दी. ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षकों की लेटलतीफी, मिड डे मिल नहीं बनने सहित कई अन्य समस्याएं यहां फैली हुई हैं. इसी नाराजगी को लेकर ग्रामीणों ने शिक्षकों के खिलाफ प्रदर्शन किया. 

घंटों लेट पहुंचते हैं शिक्षक
विद्यालय सचिव पति शैलेश सिंह, वार्ड सदस्य राजकिशोर सिंह, ग्रामीण अवधेश सिंह, मुकेश सिंह,शशी भूषण तिवारी, प्रेम कुमार सिंह, विशेश्वर सिंह, हवलदार सिंह, सत्येन्द्र सिंह,कमलेश तिवारी,संजीत सिंह, सुधीर सिंह,रामजस सिंह, दुर्गादत सिंह आदि ग्रामीणों की शिकायत थी कि इससे बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है. मिड डे योजना, पोशाक राशि, पुस्तक आदि तमाम सरकारी योजनाओं का हाल बुरा है. विद्यालय कभी समय से नहीं खुलता है. प्रधानाध्यापक मेराज अहमद लगातार गायब रहते हैं. बच्चे विद्यालय जाते है पर वहां ड्यूटी पर तैनात शिक्षकों के नही पहुंचने या घंटो लेट पहुंचने पर एकाध घंटे में लौट आते हैं. इसकी सूचना फोन पर बीडीओ और पंचायत के मुखिया को दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई. 

आंदोलन को बाध्य हैं ग्रामीण
थक हार कर हम ग्रामीण आंदोलन को बाध्य हुए हैं. मौके पर वार्ड सदस्य ने बताया कि विद्यालय कभी कभार ही खुलता है. मिड डे मील योजना का भोजन महीने के आधे दिन ही चलता है. वहीं ग्रामीणों की जांच-पड़ताल के दौरान शौचालय में ताला लटका पाया गया. मिड डे मील योजना का भोजन सोमवार को मेन्यू के हिसाब से नही बना था,भोजन से मेन्यू के हिसाब से हरी सब्जियां गायब थी. वही विद्यालय में दो दर्जन छात्र ही मौजूद थे, वहीं दो दर्जन छात्रों को पढ़ाने के लिए 5 शिक्षक मौजूद थे. 

परिसर में हो रहा है भ्रष्टाचार
वहीं परिसर में लगे नल जल योजना का नल गायब है. इसके कारण पानी परिसर में ही बह रहा है. जिस पर किसी का भी ध्यान नहीं है. वहीं विद्यालय में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी है. यहां मौके पर साढ़े तीन किलो चावल खाने में बना था उसके हिसाब से प्रधानाचार्य हरी सब्जी नहीं जुटा पाए. सूचना पर पहुंचे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वीणा कुमारी ने गांव के लोगों और प्रधानाचार्य मेराज अहमद को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. उन्होंने अभिभावक व विद्यालय के शिक्षकों के साथ एक मीटिंग कर सामंजस्य बनाने का निर्देश दिया. 

यह भी पढिएः 17 साल पुराने हत्या के मामले में चार अभियुक्तों को आजीवन कारवास, 50 हजार का लगा जुर्माना

Trending news