पटना: बिहार में साइबर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं. अब हर इलाके से साइबर ठगी की रिपोर्ट आ रही है. सबसे दुखद बात यह है कि ठगों का शिकार कोई विशेष नहीं हैं, बल्कि इसमें कई लोग शामिल हैं. लोग अब शेयर में निवेश या सस्ते सामान की धोखाधड़ी में फंस रहे हैं.


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सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और लोगों को ठगों से बचने के तरीके सिखाने का काम कर रही है. वित्त विभाग ने प्रदेश के सभी पंचायतों में वित्तीय साक्षरता कैंप आयोजित करने का आदेश दिया है. इन कैंपों में साइबर अपराध से बचने के तरीके बताए जाएंगे. अधिकारियों का कहना है कि लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है और अगर वे सतर्क रहें तो साइबर ठगी से बचा जा सकता है. इन कैंपों में डिजिटल लेनदेन के तरीके और बैंकों, बीमा के कामों की जानकारी भी दी जाएगी.


साइबर अपराधियों के खिलाफ लड़ाई में लोगों का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है. लोगों को ऐसे ठगों से बचने के तरीके सिखाने के साथ-साथ उनकी जानकारी बढ़ाने के लिए नेटवर्किंग करना भी जरूरी है. विभाग बैनर और पोस्टर लगा कर लोगों को साइबर ठगी के खतरों से अवगत कराएगा. साइबर ठगों को पकड़ने के लिए तकनीकी और कानूनी कदम भी उठाए जाएंगे. इसके लिए पुलिस और सरकारी विभागों के बीच सहयोग को मजबूत किया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि साइबर ठगों को पकड़ा जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि लोगों का विश्वास बना रहे.


इस मुद्दे पर सार्वजनिकता की भूमिका भी महत्वपूर्ण है. लोगों को साइबर ठगों के खतरों से अवगत कराने के लिए सार्वजनिकता के माध्यम से जागरूकता बढ़ानी चाहिए. न तो केवल शासनिक विभागों की जिम्मेदारी है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की भी यह जिम्मेदारी है. साइबर ठगी को रोकने के लिए जनता को सक्रिय भागीदार बनाना जरूरी है. अगर हम साथ मिलकर कदम उठाएंगे तो साइबर अपराध को रोकने में हमें सफलता मिलेगी.


इनपुट - आईएएनएस


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