Sawan 2024: सावन के महीने में बाबा भोलेनाथ को गंगाजल बहुत प्रिय होता है. ऐसे में भोलेनाथ के भक्त भागलपुर के सुल्तान में स्थित गंगा नदी से जल भरकर 105 किलोमीटर झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ का जलाभिषेक करते हैं. इस दौरान देवघर में भक्तों की खूब भीड़ होती है.
सावन महीने में अगर आप किसी कारणवश भागलपुर स्थित सुल्तानगंज नहीं जा पाते हैं तो बिहार की राजधानी पटना से भी गंगा जल उठाकर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सकते हैं. गंगा नदी के किनारे स्थित पटना शहर में कई मशहूर गंगा घाट हैं.
सुल्तानगंज के अलावा आप मुंगेर से भी आप गंगा जल उठाकर भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सकते हैं. मुंगेर शहर में गंगा नदी किनारे स्थित तीन प्रमुख घाट सोझी, बबुआ और कष्टहरणी घाट का खास महत्व है. यहां के गंगा घाट का इतिहास रामायण काल से जुड़ा है.
सावन महीने में आप बक्सर के गंगा नदी के जल से भी बाबा का जलाभिषेक कर सकते हैं. काशी के तर्ज पर बक्सर में भी कई प्रसिद्ध घाट है जहां दूर-दूर से भक्त आते हैं और आस्था की डुबकी लगाते हैं. वहीं बक्सर में उत्तरायणी गंगा होने के कारण इसकी महत्ता और बढ़ जाती है.
बिहार में गंगा नदी कटिहार से भी होकर बहती है. ऐसे में आप सावन के महीने में आप कटिहार का गंगाजल भी बाबा को अर्पण कर सकते हैं. बता दें कि कटिहार का मनिहारी गंगा घाट देश विदेश में भी प्रसिद्ध है. यहां भारत के अलावा नेपाल से भी लोग गंगाजल लेने आते हैं.
सावन के महीने में आप बेगूसराय से भी गंगाजल उठाकर भोलेनाथ को चढ़ा सकते हैं. यहां के गंगा घाट भी काफी प्रसिद्ध है. सावन महीने में बाबा के भक्तों की यहां खूब भीड़ लगती है.
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