सावन में व्रत के दौरान गलती से भी न करें ये काम, भगवान शंकर हो सकते हैं नाराज
इस साल सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो चुकी है और इसका समापन 31 अगस्त को होगा. सावन महीने का बहुत अधिक महत्व है. सावन महीने में श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा करते हैं. पूरे महीने भगवान भोलेनाथ को जल अर्पित किया जाता है.
Never do these things in Sawan: इस साल सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो चुकी है और इसका समापन 31 अगस्त को होगा. सावन महीने का बहुत अधिक महत्व है. सावन महीने में श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा करते हैं. पूरे महीने भगवान भोलेनाथ को जल अर्पित किया जाता है. सावन के इस पावन महीने को लेकर कई नियम है, जिनका पालन न करने से भगवान भोलेनाथ नाराज हो सकते हैं. आइए, जानते हैं ऐसे कौन से काम हैं जिनको सावन महीने के दौरान नहीं करना चाहिए.
व्रत में अन्न का सेवन न करें. सावन के महीने में व्रत के दौरान अन्न जैसे आटा, सत्तू बेसन, मैदा आदि न खाएं.
प्याज और लहसून का सेवन न करें. सावन के इस पवित्र महीने में प्याज-लहसून का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके अलावा मांस और शराब का भी सेवन करने से बचना चाहिए.
व्रत वाले दिन सात्विक खाना खाना चाहिए. इस दिन सादे नमक के बजाय सेंधा नमका का सेवन करना चाहिए.
सावन महीने में जिस दिन आप व्रत कर रहे हैं, उस दिन नहीं सोना चाहिए. ऐसा करने पर भगवान शिव का आशीर्वाद नहीं मिलता.
शरीर पर तेल न लगाएं. सावन के महीने में शरीर पर तेल लगाने से बचना चाहिए. सावन के महीने में तेल का दान करना शुभ माना जाता है.
सावन के महीने में दूध का सेवन करने से बचना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक दूध से किया जाता है, जिसके कारण दूध का सेवन नहीं करना चाहिए.
सावन महीने में किसी के साथ भी गलत व्यवहार नहीं करना चाहिए.
सावन महीने में भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के दौरान हल्दी का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
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