Sphatik : बर्फ के नीचे दबा रहनेवाला यह पत्थर आपको प्रदान करेगा शीतलता, धारण करने के फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे आप
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Sphatik : बर्फ के नीचे दबा रहनेवाला यह पत्थर आपको प्रदान करेगा शीतलता, धारण करने के फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे आप

 Sphatik : स्फटिक को अंग्रेजी में रॉक क्रिस्टल कहते हैं. इसके अंग्रेजी नाम से आप समझ ही गए होंगे कि यह पत्थर पहाडों पर बर्फ के नीच दबा हुआ एक पारदर्शी स्टोन है. इसे सितोपल और शिवप्रिय भी कहा जाता है. 

(फाइल फोटो)

Sphatik : हमारे ज्योतिष शास्त्र ने हमें ग्रहों के अनुसार रत्न और उपरत्न बताए हैं. जिनको धारण करने से ग्रहों के अनुकूल लाभ मिलता है. आपको बता दें कि कुंडली में ग्रहों की दशा को देखकर ही इसका अंदाजा लगाया जाता है कि जातक के लिए कौन से रत्न ज्यादा फायदेमंद होंगे और फिर इन्हें धारण करने की सलाह दी जाती है. रत्न यानी पत्थर यहां इसका सीधा यही मतलब है. नवग्रहों के लिए जो नवरत्न हैं उनके उपरत्न भी हैं. इसके अलावा भी कई ऐसे स्टोन हैं जिनको धारण करना मानव के लिए ज्योतिष में श्रेष्ठकर बताया गया है. 

शिव को बेहद प्रिय है स्फटिक 
ऐसे में एक स्टोन या कहें तो पत्थर है जो जादुई है. इसके चमत्कारिक गुणों से सभी परिचित हैं. आपको बता दें कि इसे स्फटिक कहा जाता है. स्फटिक को अंग्रेजी में रॉक क्रिस्टल कहते हैं. इसके अंग्रेजी नाम से आप समझ ही गए होंगे कि यह पत्थर पहाडों पर बर्फ के नीच दबा हुआ एक पारदर्शी स्टोन है. इसे सितोपल और शिवप्रिय भी कहा जाता है. ऐसे में आपको बता दें कि यह आपके भीतर की उष्मा को शांत करता है और वहीं यह शिव को बहुत प्रिय है.  स्फटिक का निर्माण सिलिकॉन और ऑक्सीजन के मिलने से होता है. 

ऐसे करें स्फटिक की पहचान 
देखने में एक कांच के समान और रंगहीन के साथ पारदर्शी भी को देखकर आप भ्रम में भी पड़ सकते हैं कि यह कांच या फिटकरी का टुकड़ा है लेकिन जब इसको तरासकर मोती या अन्य रूप दिया जाता है तो यह बेहद मनमोहक हो जाता है. इसकी जगह पर कई बार लोगों को कांच और प्लास्टिक की बने मनके से बनी माला थमा दी जाती है. जबकि स्फटिक को हाथ से छूने पर यह भारी और एकदम ठंडा होता है. इसका रंग कभी फीका नहीं पड़ता और तो और इसे अंधेरे में घिसने पर इसमें स्पार्क भी होता है. 

क्यों धारण करें स्फटिक 
स्फटिक को पंचमुखी ब्रह्मा का स्वरूप माना गया है. ऐसे में मां लक्ष्मी की उपासना में इस माला के प्रयोग को बेहद शुभ माना जाता है. इसका संबंध शुक्र ग्रह से होता है. ऐसे में शुक्र ग्रह का दोष जिनकी भी कुंडली में हो उनके लिए यह स्फटिक धारण करना बेहतर होता है. लोग इसे धारण कर भय से मुक्ति पाते हैं. जीवन में सुख-समृद्धि आती है. मन शांत रहता है. शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है. स्फटिक की माला पर किया गया जाप जल्दी सिद्ध होता है. इससे भगवना शिव का शिवलिंग और श्रीयंत्र भी बनाया जाता है. जिसे काफी शुभ माना जाता है. इसको धारण करने से पहले कुंडली या राशि के बारे में ज्योतिष से राय जरूर लें क्योंकि यह कभी कभी नुकसान भी पहुंचाता है. 

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