रांची के लोगों को मिल रहा पीने के लिए कीड़ों वाला पानी, किसी तरह जिंदगी बिता रहे लोग
Advertisement

रांची के लोगों को मिल रहा पीने के लिए कीड़ों वाला पानी, किसी तरह जिंदगी बिता रहे लोग

रांची के कडरू इलाके के लोग उन्हीं नालियों से गुजरते पाइप का पानी पीने के लिए मजबूर हैं. नालियों के अंदर से गुजरते वाटर सप्लाय के कटे पाइप की पानी से अपनी प्यास लोग बुझा रहे हैं.

 

रांची के कई इलाकों में लोगों को कीड़े-मकोड़ों वाला पानी मिलता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

अभिषेक, रांची: झारखंड की राजधानी रांची के कई इलाके ऐसे हैं जहां पानी के बावजूद लोग प्यासे हैं. क्योंकि कहीं पानी के कम प्रेशर की वजह से घरों तक पानी नहीं पहुंचता और जो पानी मिलता है उसमें कीड़े मकोड़े भी होते हैं. 

जिन गंदी नालियों से गुजरते वक्त लोग नाक में रुमाल ढक लेते हैं, रांची के कडरू इलाके के लोग उन्हीं नालियों से गुजरते पाइप का पानी पीने के लिए मजबूर हैं. नालियों के अंदर से गुजरते वाटर सप्लाय के कटे पाइप की पानी से अपनी प्यास लोग बुझा रहे हैं.

 

स्थानीय लोगों के मुताबिक उनका वाटर कनेक्शन तो है लेकिन प्रेशर इतना कम होता है कि वो पर्याप्त पानीं नही ले पाते हैं. इसलिए उन्होंने पाइप को ढलान में काट दिया है ताकि प्रेशर से पानी मिल सके.

रांची के आरगोड़ा स्टेशन के समीप कडरू के इस इलाके में पानी को लेकर हर सुबह जद्दोजहद होती है. लोगों को घरों तक पानी नहीं मिलता बल्कि सबसे ज्यादा परेशानी तो सप्लाई वाटर में मिल रहे मुफ्त कीड़ों मकोड़ों से होती है. इनकी मानें तो पानी में बहुत गंदगी रहती है और पानी मे कीड़े होते हैं.

इसीलिए पीने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है. लेकिन प्यास तो बुझानी है इसीलिए कपड़े से छानकर कीड़ो को हटाया जाता है. उसी पानी को अच्छे से उबाला जाता है लेकिन फिर भी पानी का रंग पीला ही रहता है.

वहीं, पूरे मामले पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में है और व्यवस्था जल्द दुरुस्त करने की कोशिश जारी है. वहीं अमृत योजना के तहत आने वाले दिनों में स्वस्थ पानी देना ही सरकार का लक्ष्य है. बहरहाल भले ही जल्द व्यवस्था सुधारने की बात की जाए लेकिन जमीनी हकीकत तो यही है कि आज भी कई इलाके के लोग स्वच्छ पानी के लिए तरसते हैं.