Suragahi Hill: सुरगाही पहाड़ी बिहार के गया जिले में स्थित है, जो जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर है. सुरगाई पहाड़ी पर मान्यता है कि इस पहाड़ी की चोटी पर भगवान राम के पिता राजा दशरथ के पदचिह्न है.
सुरगाही पहाड़ी पर चढ़ने के बाद एक पत्थर से बना मड़वा-मड़ई दिखाई देता है. जो लोगों को आकर्षित करता है. इसके बारे में एक कहानी भी है. कहा जाता है कि राजा अपने सेनापति के साथ इस पहाड़ पर घुमने आते थे. आराम करने के लिए इस पत्थर का निर्माण किया गया था.
पहाड़ी के सबसे ऊपरी हिस्से पर एक पत्थर का मंदिर है. जिसमें शिवलिंग स्थापित है. काफी संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन करने के लिए आते हैं. स्थानीय लोगों के लिए यह स्थल एक खास जगह है. जहां वे त्योहारों और खास मौके पर एक साथ समय बिताते हैं और आंनद लेते हैं.
नव वर्ष पर सुरगाही पहाड़ी पर पिकनिक मनाने के लिए बहुत से लोग आते हैं. खासकर यहां युवा की भीड़ ज्यादा देखी जाती है. वे पत्थर के चूल्हे बनाकर वहां खाना पकाते हैं और इसका आंनद लेते हैं स्थानीय लोग कहते है भले ही सुरगाही पहाड़ी आधिकारिक पर्यटन स्थलों की सूची में नहीं है, लेकिन यहां के लोगों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण स्थान है.
सुरगाई पहाड़ी पर कई बार पुरातत्व विभाग की टीम सर्वे करने आ चुकी है. उन्होंने कई यंत्रों से पहाड़ी का सर्वे किया. उनकी राय है अगर यहां खुदाई की जाए तो पुरानी चीजें मिल सकती हैं, लेकिन पहाड़ी की खुदाई संभव नहीं है, इसलिए पुरातात्विक साक्ष्यों को ढूढ़ना मुश्किल हो रहा है.
सुरगाई पहाड़ी पर मान्यता है कि इस पहाड़ी की चोटी पर भगवान राम के पिता राजा दशरथ के पदचिह्न है. पहाड़ी के सामने एक मोरहद नदी के किनारे एक विशाल तलाब है. जिसे श्रवण तलाब कहा जाता है.