मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पर PM मोदी ने तोड़ी चुप्पी, कहा- 'यह हमारे लिए शर्म की बात'
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मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पर PM मोदी ने तोड़ी चुप्पी, कहा- 'यह हमारे लिए शर्म की बात'

मुजफ्फरपुर जिले सहित करीब 20 जिलों में एक्यूट इंसेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या चमकी बुखार से 169 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है और अभी भी बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं.

चमकी बुखार से बिहार में 170 बच्चों की मौत हो चुकी है.

पटना: पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में आज चमकी बुखार या एक्यूट इंसेफ्लाटिस सिंड्रोम से 170 बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारे लिए शर्म की बात है. हमें इसे पूरी गंभीरता के साथ ले रहे हैं. मैं खुद राज्य के साथ लगातार संपर्क में हूं. मुझे यकीन है कि हम सामूहिक रूप से इससे बाहर आ जाएंगे.'

आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर जिले सहित करीब 20 जिलों में एक्यूट इंसेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या चमकी बुखार से 170 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है और अभी भी बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं.
 
कुछ समय पहले बारिश होने से चमकी बुखार के मामले में कमी आई थी लेकिन गर्मी के बाद फिर से बच्चों के बीमार पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया. चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर के अलावा हाजीपुर, समस्तीपुर, शिवहर, भागलपुर, बेगूसराय, भोजपुर और मोतिहारी में भी कुछ बच्चों की जान गई है.

वहीं, संसद में आज पीएम मोदी ने झारखंड ने अपने भाषण में झारखंड में हुए मॉब लिंचिंग पर भी बात की और कहा, 'झारखंड में युवक की हत्या के मसले पर बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि इस तरह की घटना का दुख सबको है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. लेकिन पूरे झारखंड राज्य को बदनाम करने का हक नहीं है. अपराध होने पर इसका उपाय कानूनी प्रक्रिया है. अपराध होने पर इसका उपाय कानूनी प्रक्रिया है. हिंसा में दुनिया में टेरररिज्म की घटनाओं से सबसे ज्यादा नुकसान अच्‍छे आतंकवाद और बुरे आतंकवाद ने किया है. राजनीति स्कोर के लिए बहुत से क्षेत्र हैं. हम अपने दायित्व को निभाएं. '

वहीं, शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कांग्रेस की सांसद गीता कोड़ा ने आरोप लगाया कि झारखंड में एक युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आने के बाद साबित हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था चरमरा गयी है.

उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि राज्य सरकार को न्याय सुनिश्चित करने का और आरोपियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया जाना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने भी इस विषय को उठाया.