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पटना : बिहार में लगातार हो रही जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा इतना भयावह है कि अब यह मामला पूरी तरह से सियासी आरोप-प्रत्यारोप में तब्दील हो गया है. एक तरफ सीएम नीतीश कुमार साफ कर चुके हैं कि किसी भी हालत में इस कानून को वापस नहीं लिया जाएगा. वहीं विपक्षी दल सरकार के शराबबंदी के फैसले को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं.
वहीं इस पूरे मामले पर तेजस्वी यादव और शकील अहमद के द्वारा नेता प्रतिपक्ष को घेरने को लेकर दिए गए बयान से अब सियासी संग्राम तेज हो चुका है उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और कांग्रेसी नेता शकील अहमद के आरोप पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने पलटवार किया और मुकदमा दायर करने तक की बात कह दी है. विजय सिन्हा ने दोनों के बयान पर कहा कि हमारे संबंधी वहां नहीं रहते हैं. मैं मांग करता हूं की नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव,भाई बीरेंद्र और शकील अहमद माफी मांगे. नहीं तो मानहानि का मुकदमा करूंगा.
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि मेरे संबंधी यदि शराब के मामले से जुड़े हैं तो उन्हें फांसी पर चढ़ाए. हम एक-एक का चेहरा उजागर करेंगे. झूठे आरोप लगाकर अगर छवि धूमिल करने की कोशिश की जाएगी तो मानहानि का दावा ठोकूंगा. नेता प्रतिपक्ष ने विधान सभा स्पीकर पर बड़ा आरोप लगाया है. विजय सिन्हा ने कहा कि आसान पर बैठ कर सरकार के वह प्रवक्ता बने हुए हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनो में सौ से ज्यादा मौत हो चुकी है. सरकार जिम्मेदारी लेने की बजाय पल्ला झाड़े जा रही है. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव घबराहट में हैं. उन्होंने बयान दिया है की हमारे क्षेत्र के अंदर मेरे संबंधी के घर से शराब पकड़ाया है. भाई बीरेंद्र और शकील अहमद ने भी यही आरोप लगाया है. जिनके घर से शराब बरामद हुई वे दूर-दूर तक मेरे संबंधी नहीं है. जो व्यक्ति गिरफ्तार हुए हैं वह जदयू के निशान लगाकर गाड़ी से घूमते हैं. शुक्रवार को सदन के पटल पर लखीसराय में पकड़े गए शराब माफिया की रिपोर्ट रखें. बिहार में गुंडा राज है. ऐसे में इस सरकार को उखाड़ फेकेंगे.
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