बिहार: जमातियों पर कार्रवाई के मामले में राजनीति शुरू, RJD के तंज पर JDU ने कहा...
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बिहार: जमातियों पर कार्रवाई के मामले में राजनीति शुरू, RJD के तंज पर JDU ने कहा...

इस मुद्दे पर बिहार में अब राजनीति शुरू हो गई है. शिवानंद तिवारी ने कहा है कि वीजा नियमों का फीसदी पालन कभी नहीं होता है लेकिन आजकल कोमा फुलस्टॉप भी देखा जा रहा है. जमाती 1927 से अपने धर्म के प्रचार के लिए आ रहे हैं. 

शिवानंद तिवारी ने कहा है कि वीजा नियमों का फीसदी पालन कभी नहीं होता है. (फाइल फोटो)_

पटना: बिहार की राजधानी पटना में धार्मिक प्रचार करने आए 17 जमातियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. दरअसल, किर्गिस्तान कजाकिस्तान और मलेशिया से ये जमाती टूरिस्ट वीजा पर पटना पहुंचे थे. सोमावार को वीजा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में इन्हें जेल भेज दिया गया है.

वहीं, इस मुद्दे पर बिहार में अब राजनीति शुरू हो गई है. शिवानंद तिवारी ने कहा है कि वीजा नियमों का फीसदी पालन कभी नहीं होता है लेकिन आजकल कोमा फुलस्टॉप भी देखा जा रहा है. जमाती 1927 से अपने धर्म के प्रचार के लिए आ रहे हैं. 

साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि एक बात तो स्प्ष्ट हो गयी कि जमातियों के कारण कोरोना नहीं फैल रहा है. बिहार में सभी जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव है. जमाती के नाम पर वोटबैंक की राजनीति जरूर चल रही है. साथ ही आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा. अगर वीजा सही नहीं था तो सरकार ने अबतक कुछ क्यों नहीं किया. कैसे लोगों को वीजा दिया गया.

वहीं, जेडीयू मंत्री नीरज कुमार ने कहा है कि वीजा नियमों का उल्लंघन होने पर पुलिस ने करवाई की है. लेकिन, कुछ लोगों को इसमे भी पेट में दर्द हो रहा है. कोरोना के मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए.

वहीं, मंत्री प्रमोद कुमार ने भी इस मामले पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि नियम तोड़ने वालों पर बिहार सरकार ने कार्रवाई की है. बाकी बचे जमातियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी. मैं देश के गृह मंत्री से अपील करता हूं कि कोरोना फैलाने वाले जमातियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

आपको बता दें कि इन सभी जमातियों का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था. 23 मार्च को हंगामे के बाद सभी पकड़े गए थे. दरअसल, ये सभी 23 मार्च को दीघा थाना क्षेत्र के गेट नंबर 74 से पकड़े गए थे. स्थानीय लोगों के हंगामे के पुलिस ने जांच शुरू की थी. 

वहीं, अंधेरे का सहारा लेकर सभी मस्जिद में घुस गए थे. ये सभी कजाकिस्तान, किर्गिस्तान,मलेशिया से रहने वाले थे और धार्मिक प्रचार करने पटना पहुंचे थे. अब सभी को वीजा के नियमों का उल्लंघन मामले में बेउर जेल भेज दिया गया था.