झारखंड: NIA ने रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के ठिकानों पर मारा रेड, तो सियासत हुई तेज
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झारखंड: NIA ने रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के ठिकानों पर मारा रेड, तो सियासत हुई तेज

जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा कि, एनआईए ने छापा मारा है तो, उनके पास भरोसेमंद सबूत होगें.

 

एनआईए (NIA) ने रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के कई ठिकानों पर छापा मारा है.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

रांची: एनआईए (NIA) ने रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के कई ठिकानों पर छापा मारा है. राज्य में रामकृपाल कंस्ट्रक्शन की बड़ी छवि है. ऐसे में टेरर फंडिंग के आरोप में एनआईए की रेड पर सूबे में सियासत भी शुरू हो गई है. जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा कि, एनआईए ने छापा मारा है तो, उनके पास भरोसेमंद सबूत होगें.

उन्होंने कहा कि, एनआईए ने एक तरह से चार्जशीट देने की तैयारी कर ली है. जहां की भी टेरर फंडिंग हो, एनआईए का बाद ईडी (ED) और सीबीआई (CBI) का भी छापा चलता है. ईडी का तो जरूर पड़ता है, अब आगे कहां तक मामला जाता है, यह देखना होगा.

वहीं, एनआईए के रेड के बाद, जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा, 'एनआईए राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी है, जो अनुसंधान करती है. मुझे लगता है जांच प्रारंभिक चरण में है, क्या जांच में सामने आता है, तभी कुछ कहना उचित होगा. वो व्यवसाई तो हैं ही, पर किसके करीबी थे, किसससे क्या ताल्लुकात था, इस पर कुछ सही तथ्य नहीं है. जब सारी बातें सामने आएगी, तभी कुछ बोलना उचित होगा.'
 
इधर, बीजेपी नेता प्रदीप वर्मा ने कहा कि, इसके पहले भी राज्य में कई बार एनआईए का रेड हो चुका है. एनआईए का अपना सूचना तंत्र है. कुछ सूचना मिली होगी तो उसकी पुष्टि के लिए, इस तरह की जांच पड़ताल सामान्यत होती है. अलग से कुछ नहीं देखना चाहिए. हर तरह के संगठित अपराध को रोकने के लिए एनआईए जांच पड़ताल करती रहती है, उसी कड़ी से जोड़कर देखना चाहिए. कोई संवेदक किसी का करीबी नहीं होता, मेरिट के आधार पर काम मिलता, रामकृपाल कंस्ट्रक्शन लंबे समय से काम करता रहा है और उसकी बड़े संवेदक की छवि रही है.