Chirag Paswan Demand: भाजपा के निमंत्रण में शामिल होने से पहले चिराग ने रखी ये डिमांड, बताया सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
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Chirag Paswan Demand: भाजपा के निमंत्रण में शामिल होने से पहले चिराग ने रखी ये डिमांड, बताया सीट शेयरिंग का फॉर्मूला

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नीतीश की पार्टी की जगह अपने लिए नए साथी की बिहार में तलाश कर रही भाजपा ने उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और चिराग पासवान को एनडीए की बैठक जो दिल्ली में होनी है उसके लिए निमंत्रण भेजा है. आपको बता दें कि अभी इस निमंत्रण का इंतजार मुकेश सहनी को भी है.

(फाइल फोटो)

Chirag Paswan Demand: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नीतीश की पार्टी की जगह अपने लिए नए साथी की बिहार में तलाश कर रही भाजपा ने उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और चिराग पासवान को एनडीए की बैठक जो दिल्ली में होनी है उसके लिए निमंत्रण भेजा है. आपको बता दें कि अभी इस निमंत्रण का इंतजार मुकेश सहनी को भी है. लेकिन, जिनको भी इस बैठक के लिए निमंत्रण मिला है. उसमें से लोजपा(रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने अब भाजपा की इस बैठक में जाने से पहले अपनी शर्तें रख दी है. 

दरअसल चाचा पशुपति कुमार पारस से चल रहे तनातानी के बीच चिराग बिहार में हाजीपुर और जमुई दोनों सीटों पर दावा ठोंक रहे हैं. आपको बता दें कि वहीं पारस भी हाजीपुर सीट को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में बिहार में भाजपा के लिए दोनों को साथ लाना आसान नहीं है फिर भी इस कोशिश से पहले जो खबर आ रही है उसकी मानें तो चिराग पासवान ने भाजपा के सामने मुश्किल शर्त रख दी है. दरअसल 18 जुलाई को दिल्ली में होनेवाली एनडीए की बैठक के लिए चिराग को निमंत्रण तो मिला लेकिन वह इसपर प्रतिक्रिया दे चुके थे कि पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात कर इसपर निर्णय लेंगे इसके बाद से चिराग ने कोई जवाब नहीं दिया था. 

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अब एक अखबार की रिपोर्ट की मानें तो चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा(रामविलास) के लिए 6 सीटों की मांग कर रहे हैं जो सभी सीटें 2019 के लोकसभा चुनाव में लोजपा के हिस्से आई थी और जिसपर पार्टी ने जीत दर्ज की थी. वहीं अपने पिता राम विलास पासवान के पास राज्यसभा की जो सीट थी उसकी भी मांग की है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली रवाना होने से पहले अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पटना में बैठक कर चिराग ने ये फैसला लिया है. 

बता दें कि इसके पहले जेपी नड्डा ने जो निमंत्रण पत्र चिराग पासवान को भेजा है, उसमें उसकी पार्टी को एनडीए का महत्वपूर्ण सहयोगी बताया है जबकि चिराग की लोजपा(रामविलास) अभी एनडीए का हिस्सा नहीं है. अब ऐसे में चिराग की शर्त और भाजपा की कोशिश दोनों के बीच कितना सामंजस्य स्थापित हो पाता है यह देखना होगा. 

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