रांची: Jharkhand Politics: लोकसभा चुनाव के बाद देश के कई राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव होंगे. इसी बीच ऐसी आशंका जताई जा रही है कि झारखंड में समय से पहले चुनाव कराए जा सकते हैं. समय से पहले चुनाव के दावे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य की प्रतिक्रिया सामने आई है. 


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सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 4 जनवरी 2025 तक है. लेकिन, झारखंड में जल्दी इलेक्शन की बात हो रही है. चुनाव आयोग की एक टीम झारखंड के दौरे पर है. चुनाव आयोग की टीम अधिकारियों के साथ पतरातु रिसोर्ट में मीटिंग कर रही है. 


उन्होंने कहा कि झारखंड के युवाओं के लिए अगस्त का महीना बहुत महत्वपूर्ण महीना होने जा रहा है, क्योंकि यह उनके रोजगार से जुड़ा है, इसकी शुरुआत शुक्रवार से होने जा रही है. सफल अभ्यर्थियों तो मुख्यमंत्री नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. रोड मैप के तहत जुलाई अगस्त, सितंबर और अक्टूबर तक हमारा यह भरसक प्रयास है कि नियुक्ति पूरी कर ली जाए. 


उन्होंने कहा कि सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है. जो सिलसिला ईडी और सीबीआई के द्वारा शुरू हुआ था, उसमें अब चुनाव आयोग की भी एंट्री हो गई है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कौन सा ऐसा पहाड़ टूट गया कि चुनाव पहले कराया जाए? चुनाव आयोग बहुत ही अलोकतांत्रिक और अलोकप्रिय निर्णय लेने जा रहा है.


इपनुट- आईएएनएस के साथ


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