नई दिल्ली: ईसाई धर्म में 13 तारीख को शुक्रवार पड़ती है तो उस दिन को अशुभ माना जाता है. ईसाई धर्म में 13 नंबर बेहद अशुभ होता है. इस दिन कोई शुभ काम नहीं किया जाता है. इतना ही नहीं बड़ी इमारतों में 12 वीं मंजिल के बाद सीधी 14 वीं मंजिल होती है. वहीं होटल में भी 13 नंबर का फ्लैट नहीं होता है. आइए जानते हैं भारतीय ज्योतिष शास्त्र में 13 नंबर को शुभ माना जाता है या अशुभ
13 नंबर क्यों है अशुभ
ईसाई धर्म में 13 नंबर को लेकर कई रहस्य और कई मान्यताएं हैं. 13 नंबर इसलिए अशुभ माना जाता है क्योंकि ईसा मसीह ने अपने अनुयायियों के साथ जो अंतिम भोजन किया था उसमें जूडस समेत 13 लोग थे. वहीं जूडस ने ईसा के साथ उस समय विश्वासघात किया था, जिस वजह से ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था. जब ईसा को जब सूली पर चढ़ाया था उस दिन शुक्रवार था. ऐसे में जिस 13 तारीख को शुक्रवार होता है उसे अशुभ माना जाता है.
भारतीय ज्योतिष में 13 नंबर शुभ है या अशुभ
भारतीय ज्योतिष में कोई भी नंबर अशुभ नहीं माना जाता है. हर नंबर के अच्छे और बुरे दोनों प्रभाव के बारे में बताया गया है. 13 नंबर की बात करें तो इसके अच्छे और बुरे दोनों प्रभाव है. 13 नंबर पर बृहस्पति का प्रभाव होता है. बृहस्पति ग्रह सौभाग्य का प्रतीक होता है लेकिन जब बृहस्पति किसी राशि में 13वें स्थान पर होता हैं तो इसका अशुभ प्रभाव पड़ता है. ऐसे में इंसान को जीवन में संघर्ष का सामना करना पड़ता है.
13 तारीख है शुभ
वहीं धार्मिक दृष्टि की बात की जाए तो 13 तारीख को शुभ माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार त्रियोदशी के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. इस दिन भगवान शिव की पूजा शुभ मानी जाती है. महाशिव भी माह माह के 13 वें दिन पर होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)
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