मोदी विरोधी एक मंच पर इकट्ठे हो पाएं ऐसा संयोग नहीं बन पा रहा है. वहीं बीजेपी को अब और इंतजार नहीं हो रहा है. पीएम मोदी और अमित शाह ने हैट्रिक लगाने का प्लान तैयार कर रखा है.
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Lok Sabha Election 2023: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकता वाली फिल्म तो शुरू होने से पहले फ्लॉप हो गई. पटना में मोदी विरोधियों को एक मंच पर खड़ा करने के लिए नीतीश ने खूब पसीना बहाया, लेकिन उनकी मेहनत पर कांग्रेस ने पानी फेर दिया. पटना में 12 जून को होने वाली विपक्ष की बैठक टलने से विपक्षी एकता की आवाज अब धीमी पड़ती दिख रही है. बता दें कि यह बैठक एक बार नहीं टली है. पहले यह बैठक 19 मई को होनी थी लेकिन तब कांग्रेस नेतृत्व कर्नाटक चुनाव में व्यस्त था. अब एक बार फिर से बैठक टालने का कारण कांग्रेस नेतृत्व ही बना.
मोदी विरोधी एक मंच पर इकट्ठे हो पाएं ऐसा संयोग नहीं बन पा रहा है. वहीं बीजेपी को अब और इंतजार नहीं हो रहा है. पीएम मोदी और अमित शाह ने हैट्रिक लगाने का प्लान तैयार कर रखा है. उन्हें इंतजार था तो सिर्फ विपक्ष की बैठक का. जानकारी के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान की योजना थी कि विपक्ष की बैठक के बाद अपने प्लान पर आगे बढ़ा जाए. इससे पार्टी को दो फायदे होते, पहला- उसे विपक्ष की ताकत का अंदाजा लग जाता. दूसरा- विपक्षी एकता को तार-तार करके मीडिया का पूरा ध्यान खींचना.
जानकारी के मुताबिक, विपक्षी दलों की बैठक हो या ना हो अब बीजेपी अपने प्लान पर अब अमल शुरू करने वाली है. बीजेपी ने बिहार के लिए TJT प्लान बनाया है. इसका मतलब है विपक्षी नेताओं को तोड़ कर विपक्षी दलों को कमजोर करो. विपक्षी दलों से अलग होने वाले नेताओं को अपने साथ जोड़ो. पहले दो चरण कंपलीट हो गए तो जीत पक्की. पार्टी इस फॉर्मूले पर पहले भी कई काम कर चुकी है और सफल भी रही है. यूपी चुनाव में भी पार्टी ने यही फॉर्मूला लागू किया था और प्रचंड जीत हासिल की थी.
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विपक्षी एकता की हवा निकालने के लिए बीजेपा का प्लान सेट है. नीतीश के दोस्तों में शामिल आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर से मोदी के साथ खड़े दिखाई दे सकते हैं. उन्होंने शनिवार (3 जून) को बीजेपी के चुनावी चाणक्य अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. नड्डा-शाह के साथ नायडू की तकरीबन डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई थी. कहा जा रहा है कि इस मुलाकात में डील पक्की हो चुकी है. इसके अलावा हम संरक्षक जीतन राम मांझी भी एनडीए के साथ आने को तैयार हैं. लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान और रालोजद सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा भी एनडीए के खेमे में दिखाई देंगे. ये सभी नेता विपक्ष की बैठक के तुरंत बाद एनडीए ज्वाइन करेंगे.