Nitish Kumar Face These Challenges​: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे की काफी चर्चा हो रही है. जानकारी के मुताबिक, विपक्षी एकजुट की मुहिम में कांग्रेस को साथ लाकर नीतीश कुमार ने बड़ी सफलता हासिल की है. हालांकि, अभी तक चुनौती खत्म नहीं हुई है. विपक्ष में अब भी कई ऐसे नेता हैं, जो तीसरे मोर्चे के गठन की बात कर रहे हैं. इनमें एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का नाम शामिल है. 


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नीतीश कुमार के मोर्चे में कांग्रेस का शामिल होना लगभग-लगभग तय हो गया है. वहीं टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी गैर बीजेपी और गैर बीजेपी मोर्चे के गठन पर जोर दे रही हैं. ममता की इस मुहिम का एनसीपी चीफ शरद पवार और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समर्थन कर रहे हैं. तेलंगाना के सीएम केसीआर खुद भी पीएम पद की रेस मे हैं. 


इन दलों ने नहीं खोले अपने पत्ते


वहीं महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे तो पंजाब में अकाली दल से नीतीश की मुलाकात अभी बाकी है. यूपी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. मुसलमानों के बड़े नेता यानी AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का रुख क्या होगा, इसपर भी सभी की निगाहें टिकी हैं. मोदी विरोध में यदि यह साथ आ भी गए तो इन राजनीतिक दलों की ताकत पहले जैसी नहीं रही है. 


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इन दलों पर टिकीं सभी की निगाहें


विपक्ष में ममता के अलावा और भी ऐसे कई नेता हैं, जो कांग्रेस को पसंद नहीं करते. इन नेताओं में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का नाम आता है. ये दोनों कई मौकों पर विपक्ष को झटका देते हुए मोदी सरकार का समर्थन कर चुके हैं. यह नेता किस तरफ जाते हैं वह भविष्य की गर्त में छिपा है.