Rajiv Ranjan Passed Away:चुनाव हारने पर छोड़ दी थी राजनीति, फिर नीतीश कुमार ने राजीव रंजन को बनाया विधायक
Rajiv Ranjan Passed Away: जेडीयू नेता राजीव रंजन के निधन के पार्टी में शोक की लकर देखने को मिल रही है. सीएम नीतीश कुमार ने भी दुख प्रकट किया है.
पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन का गुरुवार की देर शाम निधन हो गया. बताया जा रहा है कि उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उनके बेटे ने उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे जहां ड़क्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. राजीव रंजन के निधघन के बाद पूरे पार्टी में शोक की लहर है. राजीव रंजन के निधन पर सीएम नीतीश कुमार ने भी गहरी शोक संवेदना प्रकट की है. बता दें कि राजीव रंजन वर्ष 2010 में इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे।
2015 में राजीव रंजन ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी में उन्हें पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रवक्ता भी बनाया. भारतीय जनता पार्टी में काफी दिनों तक रहने के बाद वर्ष 2023 में वो फिर से जेडीयू में शामिल हो गए. नीतीश कुमार ने इसके बाद उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता बनाया. राजीव रंजन ने समता पार्टी के टिकट पर साल 1995 में इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार कृष्णबल्लभ प्रसाद यादव से तब उन्हें हार मिली थी.
1995 में मिली हार के बाद उन्होंने राजनीति से किनारा कर लिया और दूसरे क्षेत्र में प्रवेश किया. काफी दिनों तक वो झारखंड और छत्तीसगढ़ विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर कार्यरत रहे. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार के आग्रह पर उन्होंने पुनः राजनीति में एंट्री ली और 2010 में विधायक निर्वाचित हुए. राजीव रंजन के पिता रामशरण प्रसाद सिंह जाने-माने राजनीतिज्ञ थे. उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित कई मुख्यमंत्री के मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी संभाली थी. इसके अलावा, राजीव रंजन के ससुर सिद्धेश्वर प्रसाद भी केंद्रीय मंत्री और त्रिपुरा के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवा दे चुके थे.