Upendra Kushwaha News: बिहार की कानून व्यवस्था पर महागठबंधन सरकार पर हमला करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन सरकार में अब शासन का तंत्र राजद के हाथों में है और राजद के हाथों में जब-जब सत्ता का तंत्र रहता है, तब-तब बिहार में भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर होता है.
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Upendra Kushwaha In Buxar: राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसे हैं. बक्सर में उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में बड़ी टूट होने का दावा किया. उन्होंने कहा नीतीश कुमार ने जिस दिन से इस बात की घोषणा की है कि वह अपनी सत्ता अपने भतीजे और राजद के युवराज (तेजस्वी यादव) के हाथों में सौंप देंगे, उसी दिन से नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जदयू का डेथ सर्टिफिकेट पर साइन कर दिया है. रालोजद प्रमुख ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के हाथों में अब कोई शासन का तंत्र नहीं रह गया है.
कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन सरकार में अब शासन का तंत्र राजद के हाथों में है और राजद के हाथों में जब-जब सत्ता का तंत्र रहता है, तब-तब बिहार में भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर होता है. बिहार को विशेष राज्य की दर्ज देने की मांग का कुशवाहा ने समर्थन किया. हालांकि, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ये सिर्फ चुनावी पैंतरा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार जब बीजेपी के साथ सरकार चला रहे थे, उस वक्त इस मुद्दे को क्यों नहीं उठा रहे थे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इसे सिर्फ चुनावी मुद्दा बनाना चाहते हैं.
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उपेंद्र कुशवाहा ने प्रदेश में आरक्षण की सीमा 75 फीसदी बढ़ाने को भी राजनीतिक फैसला बताया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब-जब राजनीतिक रूप से कमजोर होते हैं, तो चुनाव के समय बड़े फैसले लेते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार जो आरक्षण का फैसला लिया बढ़िया है. फैसले के हक में सभी लोग थे. भाजपा ने भी समर्थन दिया. जिस पर बिहार के राज्यपाल ने भी मोहर लगा दी. जिसको जितनी जरूरत है, उनको उतना लाभ मिलेगा.
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नीतीश कुमार जब सरकार के साथ रहते हैं तो बिहार में विशेष राज्य की दर्ज की मांग नहीं करते हैं. जैसे ही सरकार से अलग होते हैं तो वह बिहार को विशेष राज्य की दर्जा दिलाने की मांग जोरदार रूप से उठते हैं और चुनावी फायदा लेना चाहते हैं. प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर कुशवाहा ने कहा कि बिहार के लोग कहां काम करते हैं, कहां मारते हैं और मरते हैं, इससे उनको कोई मतलब नहीं है.