AJSU Yashoda Devi: झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी को टक्कर देनेवाली आजसू की यशोदा देवी कौन हैं, जानते हैं आप?
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1860446

AJSU Yashoda Devi: झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी को टक्कर देनेवाली आजसू की यशोदा देवी कौन हैं, जानते हैं आप?

Dumri By election 2023, Yashoda Devi: यशोदा देवी का राजनीति से गहरा नाता रहा है. उनके दिवंगत पति दामोदर महतो आजसू के केंद्रीय महासचिव सह डुमरी विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी रह चुके हैं. डुमरी विधानसभा में उपचुनाव में जेएमएम की तरफ से बेबी देवी उम्मीदवार हैं 

(फाइल फोटो)

Dumri By election 2023, Yashoda Devi: झारखंड के डुमरी विधानसभा में उपचुनाव 6 अप्रैल को झारखंड की हेमंत सरकार में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद कराया गया है. उनके निधन के बाद यह सीट खाली हुई, ऐसे में यहां पांच सितंबर को मतदान संपन्न हुआ. जिसमें जेएमएम की तरफ से जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी उम्मीदवार हैं जिनको हेमंत सोरेन ने अपने मंत्रीमंडल में उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है. वहीं उनसे टक्कर लेने के लिए मैदान में NDA की तरफ से आजसू की उम्मीदवार के तौर पर दिवगंत नेता दामोदर महतो की पत्नी यशोदा देवी मैदान में हैं. 

दोनों के भाग्य का फैसला जनता ने कर दिया है और ईवीएम में मत बंद हैं जिनकी गिनती 8 सितंबर को होनी है. ऐसे में आपको जानना चाहिए कि यशोदा देवी कौन हैं और राजनीति से उनका कैसा नाता रहा है. 

ये भी पढ़ें- केले का पेड़ भी चमका सकता है आपकी किस्मत, समस्याओं के निपटारे के लिए करें ये उपाय

यशोदा देवी के बारे में बता दें कि उनका राजनीति से गहरा नाता रहा है. उनके दिवंगत पति दामोदर महतो आजसू के केंद्रीय महासचिव सह डुमरी विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी रह चुके हैं. जब बिहार झारखंड का बंटवारा नहीं हुआ था तो दामोदर महतो जेडीयू के साथ भी जुड़े रहे थे. झारखंड के गठन के बाद वह आजसू से जुड़ गए. 

2018 में दामोदर महतो का निधन हो गया और 2019 में विधानसभा के चुनाव में उनकी पत्नी यशोदा देवी आजसू के टिकट पर उम्मीदवार बनाई गई. वह इस बार जगरनाथ महतो के हाथों हार गईं. 

अब जब जगरनाथ महतो के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा हुई तो आजसू ने यशोदा देवी पर ही अपना भरोसा दिखाया और उन्हें झामुमो की उम्मीदवार बेबी देवी के खिलाफ मैदान में उतारा है.  अब 8 सितंबर को आनेवाले चुनाव के नतीजे ही बता पाएंगे कि जनता ने बेबी देवी का हाथ थामा है या फिर यशोदा देवी पर अपना भरोसा दिखाया है. 

Trending news