मोकामा के महाराज या बिहार के छोटे सरकार, जानिए कौन हैं अनंत सिंह
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मोकामा के महाराज या बिहार के छोटे सरकार, जानिए कौन हैं अनंत सिंह

Anant Singh: अनंत सिंह को पटना हाईकोर्ट ने AK-47 मामले में बरी कर दिया है. इस मामले में पूर्व विधायक और उनके केयर टेकर पर 15 अक्टूबर, 2020 को आरोप लगाए गए थे. अनंत सिंह 25 अगस्त, 2019 से जेल में बंद थे. आइए इस ऑर्टिकल में जानते हैं कि कौन हैं अनंत सिंह. 

अनंत सिंह (File Photo)

Who is Anant Singh: बिहार की राजनीति में अनंत सिंह का एक अलग ही दबदबा है. अनंत सिंह (Who is Anant Singh) को छोटे सरकार के नाम से भी जाना जाता है. समर्थक उनको प्यार से मोकामा का महाराज बुलाते हैं. मोकामा विधानसभा क्षेत्र (Mokama Assembly Constituency) से पूर्व विधायक रह चुके हैं. अनंत सिंह का बिहार की सियासत में ऐसा दबदबा है कि उनको हर अपने यहां चाहता है. नीतीश कुमार से लेकर लालू यादव तक उनकी पहुंच बहुत आसान है. अनंत सिंह की शादी नीलम देवी से हुई है.

अनंत सिंह का जन्म बिहार के बाढ़ सीडी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले नदावन गांव में हुआ है. वह एक भूमिहार परिवार में चंद्रदीप सिंह के यहां पैदा हुए हैं. अनंत सिंह को बड़े भाई दिलीप सिंह भी एक राजनेता हैं. साल 1990 और 1995 में जदयू के टिकट पर मोकामा से विधायक बने और फिर मंत्री. लेकिन राजद के टिकट पर साल 2000 के विधानसभा चुनावों में एक अन्य गैंगस्टर से राजनेता बने सूरजभान सिंह से हार गए थे. 

2005 में अनंत सिंह ने जदयू के टिकट पर मोकामा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी. अनंत सिंह ने साल 2010 में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की सोनम देवी को बड़े अंतर से हराकर जीत दर्ज की. 2 सितंबर 2015 को अनंत सिंह की राजद के साथ जदयू के नए गठबंधन को लेकर नीतीश कुमार के साथ मतभेद हो गया, इसके बाद उन्होंने जदयू छोड़ दी थी. मगर, निर्दलीय के तौर जीत हासिल की.

16 अगस्त 2019 को अनंत सिंह पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था. पुलिस ने पटना जिले के लदमा गांव में उनके पैतृक घर पर छापेमारी के बाद एके 47 राइफल, एक मैगजीन, जिंदा कारतूस और दो हथगोले बरामद किया था. अनंत सिंह को राजद ने साल 2020 के विधानसभा चुनाव में मोकामा से टिकट दिया. उन्होंने इस सीट पर जीत हासिल की. हालांकि, साल 2022 में अवैध हथियार रखने के मामले में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. इसके बाद उनकी पत्नी नीलम देवी ने राजद के टिकट पर मोकामा से उपचुनाव जीता. अनंत सिंह के चुनावी हलफनामे के अनुसार, उन पर 7 हत्याओं, 11 हत्या की कोशिश और किडनैपिंग के 4 केस समेत 38 आपराधिक आरोप हैं.

बता दें कि बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना हाईकोर्ट ने AK-47 मामले में बरी कर दिया है. इस मामले में सिविल कोर्ट ने अनंत सिंह को 10 साल की सजा सुनाई थी. वह इसी मामले में जेल में बंद थे. अब हाईकोर्ट के फैसले के बाद अनंत सिंह के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है. 

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