Lok Sabha Election 2024: हिंदुओं के देवी-देवताओं का अपमान क्यों, क्या विपक्ष के लिए भस्मासुर साबित होंगे ये नेता?
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Lok Sabha Election 2024: हिंदुओं के देवी-देवताओं का अपमान क्यों, क्या विपक्ष के लिए भस्मासुर साबित होंगे ये नेता?

Bihar Politics: विधानसभा चुनावों से ठीक पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी. स्टालिन ने हिंदू धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और एड्स जैसी बीमारियों की थी. नतीजतन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया.

फाइल फोटो

Devesh Chandra Thakur Controversial Statement: उत्तर भारत में एक बहुत पुरानी कहावत है कि 'चलनी में दूध दूहें और करम को रोयें'... ये कहावत विपक्ष पर काफी सटीक बैठती है. विपक्ष नेताओं में पिछले कुछ दिनों से हिंदू धर्म और हिंदू देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान देने की मानो होड़ सी मची हुई है. विपक्षी नेताओं के विवादित बयानों का असर चुनावों में साफ नजर आता है. चुनाव से पहले विपक्षी नेता सनातन धर्म का अपमान करते हैं और जब चुनाव में जनता उनका डिब्बा गोल कर देती है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भी ऐसा ही देखने को मिला था. 

चुनावों से ठीक पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी. स्टालिन ने हिंदू धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और एड्स जैसी बीमारियों की थी. नतीजतन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. तमिलनाडु में डीएमके सरकार में कांग्रेस भी शामिल है. 'मोहब्बत की दुकान' खोलने की बातें करने वाले राहुल गांधी की पार्टी ने जब तक उदयनिधि के बयान का विरोध किया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. 

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विपक्षी नेता अभी भी अपनी गलतियों से सीखने को तैयार नहीं हैं. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी और बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने भी भगवान शंकर को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिससे सियासी पारा चढ़ गया है. देवेश चंद्र ठाकुर ने ब्राह्मण स्वाभिमान सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने महादेव शिव शंकर को विध्वंसक देवता बताया और कहा कि उन्होंने ब्राह्मणों को उकसाने का काम किया. देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि शंकर भगवान तो विध्वंस के देवता हैं इसलिए लोग उनसे डरते हैं और उनकी चारों ओर पूजा होती है. 

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उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर ब्रह्मा के सबसे कम मंदिर हैं जबकि वह सृष्टि के देवता हैं. विष्णु भगवान सृष्टि के संरक्षक हैं लेकिन उनसे कोई डरता नहीं है. देवेश चंद्र ठाकुर का ये बयान लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बन सकता है. देवेश चंद्र ठाकुर से पहले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भी काफी चर्चा में रह चुके हैं. रामचरित मानस पर उनकी विवादित टिप्पणियों का पूरे देश में विरोध देखने को मिला था. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी ऐसे ही बड़बोले नेताओं की लिस्ट में आते हैं. अब देखना ये होगा कि क्या ये नेता 2024 में इंडिया गठबंधन के लिए भस्मासुर बनकर सामने आएंगे.

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