Jharkhand Politics: क्या बिहार के बाद झारखंड का बजट भी पेश करेगी BJP, देखिए कैसे INDIA में मची खलबली?
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Jharkhand Politics: क्या बिहार के बाद झारखंड का बजट भी पेश करेगी BJP, देखिए कैसे INDIA में मची खलबली?

Jharkhand Politics: नाराज विधायकों को मनाने की पूरी कोशिश की जा चुकी है. शनिवार (17 फरवरी) को झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के बेटे और राज्य के नए नए पथ-भवन निर्माण मंत्री बने बसंत सोरेन ने खुद नाराज विधायकों से मुलाकात की थी, लेकिन बात नहीं बन सकी थी. 

झारखंड बीजेपी

Jharkhand Politics: झारखंड की चंपई सोरेन सरकार ने 27 फरवरी को 2024-25 का बजट पेश करने का फैसला लिया है, लेकिन कांग्रेस खेमे में आए सियासी भूचाल से लगता है कि बिहार के बाद झारखंड का बजट भी बीजेपी नेतृत्व की एनडीए सरकार पेश कर सकती है. दरअसल, चंपई सोरेन मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से कांग्रेस के 12 विधायक नाराज हो गए हैं. इनमें से 8 विधायक अब पार्टी आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. नाराज विधायकों का साफ कहना है कि हम पार्टी के कोटे से बनाए गए चारों मंत्रियों को बदलना चाहते हैं. कहा जा रहा है कि दिल्ली पहुंचे कांग्रेस विधायक पार्टी आलाकमान के सामने अपनी मांगे रखेंगे, अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह आगे की रणनीति पर विचार करेंगे. 

नाराज विधायकों को मनाने की पूरी कोशिश की जा चुकी है. शनिवार (17 फरवरी) को झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के बेटे और राज्य के नए नए पथ-भवन निर्माण मंत्री बने बसंत सोरेन ने खुद नाराज विधायकों से मुलाकात की थी. लेकिन बात नहीं बन सकी थी. नाराज विधायकों ने साफ कहा कि वह चंपई सोरेन की सरकार या महागठबंधन के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस कोटे से पुराने मंत्रियों को ही दोबारा मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, वह गलत है. कांग्रेस के नाराज विधायकों के रुख से साफ है कि अब गेंद कांग्रेस के आलाकमान के पाले में है. 

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कांग्रेस आलाकमान के सामने बड़ी विकट समस्या खड़ी हो गई है. अभी जिन नेताओं को सरकार में मंत्री पद मिला है, वह सभी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. अगर कांग्रेस अलाकमान उन्हें मंत्री की कुर्सी से उतारते हैं, तो उनके नाराज होने का खतरा बढ़ जाएगा. उधर कांग्रेस के 12 विधायकों के साथ जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम भी नाराज बताए जा रहे हैं. कांग्रेस विधायकों ने साफ कहा है कि वह बजट सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे. अगर नाराज विधायकों ने पाला बदल लिया तो सरकार फिर से अल्पमत में आ जाएगी. ऐसी परिस्थितियों में सत्ता परिवर्तन की संभावनाएं बनती दिख रही हैं. अगर ऐसा हुआ तो फिर बजट पेश करने का अधिकार दूसरी सरकार को मिल सकता है.

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इससे पहले बिहार में भी ऐसा देखने को मिल चुका है. बिहार का बजट नीतीश कुमार के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक की सरकार में तैयार हुआ था. लेकिन बजट से पहले नीतीश कुमार ने पाला बदल लिया और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली. नीतीश कुमार के हृदय परिवर्तन से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को बजट पेश करने का मौका मिल गया. एनडीए सरकार में सम्राट डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री हैं. 

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