बाढ़: प्रवासी श्रमिकों के लिए मुखिया बना 'मसीहा', भोजन संग MNREGA में किया काम का इंतजाम
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बाढ़: प्रवासी श्रमिकों के लिए मुखिया बना 'मसीहा', भोजन संग MNREGA में किया काम का इंतजाम

मुखिया ने अपने पंचायत से आने वाले प्रवासी मजदूरों को उच्च विद्यालय में बनाए गए, कोविड-19 सेंटर में रखने के साथ, उन्हें हर दिन दैनिक मजदूरी करने का इंतजाम कर दिया है.

बाढ़: प्रवासी श्रमिकों के लिए मुखिया बना 'मसीहा', भोजन संग MNREGA में किया काम का इंतजाम.

बाढ़: कोरोना (Corona) महामारी संक्रमण के बाद देश में जो लॉकडाउन (Lockdown) की स्थिति बनी, इसके बाद बिहार के ऊपर करीब 30 लाख से भी ज्यादा प्रवासी मजदूरों का लोड बढ़ गया, जिसके चलते इलाके में भूखमरी की समस्या पैदा हो जाने का खतरा मंडराने लगा है.

ऐसे में कोरोना योद्धा के रूप में बाढ़ के अगवानपुर पंचायत के युवा मुखिया मुन्ना कुमार सिंह ने अपने पंचायत से आने वाले  प्रवासी मजदूरों को उच्च विद्यालय में बनाए गए, कोविड-19 सेंटर में बेहतर तरीके से रखने का काम करने के साथ-साथ, अब उन्हें हर दिन दैनिक मजदूरी करने का इंतजाम कर दिया है.

इसके चलते इलाके के करीब 700 से भी ज्यादा प्रवासी मजदूर पंचायत के विभिन्न इलाकों में हर दिन काम कर रहे हैं, जिसके चलते अब मजदूर अपने प्रदेश में ही रहकर काम करके, परिवार का जीवनयापन करने में लगे हैं. वहीं, यहां के मजदूर अपने काम से बहुत खुश हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण करने में जुट गए हैं.

इधर, मुखिया मुन्ना कुमार सिंह सारे मजदूरों को समय पर बैंक खाते में दैनिक मजदूरी भेजवाने का भी काम कर रहे हैं, जिसके चलते बिहार से पलायन करने वाले मजदूरों की संख्या अब कम हो सकती है.

इतना ही नहीं, मुखिया ने प्रवासियों के  स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए सारे मजदूरों के लिए काम के वक्त मास्क (Mask), सैनिटाइजर (Sanitizer) और शुद्ध पेयजल का भी इंतजाम करने के साथ-साथ मेडिकल किट भी व्यवस्था की है.