कार्यकारिणी बैठक के बाद JDU बोली- 'प्रशांत किशोर ममता के साथ काम करेंगे प्रचार नहीं'
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कार्यकारिणी बैठक के बाद JDU बोली- 'प्रशांत किशोर ममता के साथ काम करेंगे प्रचार नहीं'

कार्यकारिणी बैठक के बाद पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने प्रशांत किशोर के मुद्दे पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि अब इस बात को यहीं खत्म कर देनी चाहिए.

प्रशांत किशोर ममता बनर्जी के साथ काम सकते हैं. (फाइल फोटो)

पटनाः प्रशांत किशोर के मुद्दे पर जेडीयू की कार्यकारिणी की बैठक में क्या बात हुई यह पार्टी ने खुलकर नहीं बताया है. लेकिन जेडीयू ने इस मामले को समाप्त करने को कहा है. उनका कहना है कि प्रशांत किशोर ममता बनर्जी के लिए प्रचार करने नहीं जा रहे हैं. और उनकी कंपनी से जेडीयू कोई लेना देना नहीं है.

जेडीयू की कार्यकारिणी बैठक में प्रशांत किशोर के मुद्दे पर बात होने की पूरे कयास लगाए जा रहे थे. वहीं, पार्टी द्वारा इस पर अहम फैसला लेगी ऐसा कयास लगाया जा रहा था लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला. बताया जाता है कि बैठक में प्रशांत किशोर को बोलने तक का मौका नहीं दिया गया है.

वहीं, कार्यकारिणी बैठक के बाद पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने प्रशांत किशोर के मुद्दे पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि अब इस बात को यहीं खत्म कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर की कंपनी से जेडीयू को कोई लेना देना नहीं है.

केसी त्यागी ने कहा इससे पहले जब आंध्र प्रदेश में प्रशांत जगन मोहन रेड्डी का सहयोग कर रहे थे तब इसका विरोध नहीं हुआ था. अब जेडीएस की ओर से भी प्रस्ताव दिया गया है. कर्नाटक के सीए कुमारस्वामी भी चाहते हैं कि उनके दल की रणनीति प्रशांत किशोर बनाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जेडीयू चाहती है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी चुनाव हारे.

उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ममता बनर्जी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करने जा रहे हैं. और इस मामले में पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से भी बात हो गई है. इसलिए अब इस मामले को यहीं समाप्त कर देना चाहिए.

बहरहाल, जेडीयू इस मामले को समाप्त करने की बात कर रहा है. वहीं, बीजेपी अब इस पर अपनी आपत्ति जता रहा है. बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मृत्युंजय झा ने कहा है कि प्रशांत किशोर जो काम कर रहे हैं उस कोशिश से एनडीए गठबंधन को नुकसान होगा. उनका व्यवसाय राजनीति से जुड़ा है. इसलिए व्यवसाय और राजनीति एक साथ नहीं चल सकती है. इस पर विचार करना होगा. ऐसे में यह मामला यहां खत्म होता नहीं दिख रहा है.