ची के बाज़ार में कट्टे का व्यापार बढ़ाने की कोशिश का पुलिस ने खुलासा कर एक आरोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया है. दरअसल, मांडर थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध मिनी गन फैक्टरी का उद्भेदन करते हुए पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई.
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रांची: झारखंड की राजधानी में अवैध हथियार के धंधे का उद्भेदन करते हुए रांची पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है, जहां सिर्फ देसी पिस्टल और कट्टा नहीं बल्कि कार्बाइन का भी निर्माण होता था. हालांकि मिनी गन फैक्ट्री (Mini Gun Factory) चलाने के आरोप में एक व्यक्ति को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है और अन्य की तलाश जारी है.
लाला तो अफीम देगा नहीं अब कट्टो पर प्रॉफिट बढ़ाना पड़ेगा
अगर बाजार में कट्टे बिकेंगे नहीं
मकबूल, देसी कट्टों का कुछ करना पड़ेगा वरना व्यापार में बहुत नुकसान होता है
कट्टों का व्यापार बढ़ाने के लिए जॉइन कराया है तुम्हें
यह कुछ डायलॉग हाल के दिनों में रिलीज हुई वेब सीरीज मिर्जापुर की है जिसने दर्शक और क्रिटिक दोनों की खूब वाहवाही बटोरी. पटकथा से लेकर एक्टिंग सबको सराहा गया. वेब सीरीज में दिखाया गया कि इलाके में किस तरीके से अवैध हथियार का कारोबार चल रहा है.
इस हथियार के कारोबार के जरिए पूरे इलाके को शांत करने की कोशिश की जाती रही, लेकिन यह बातें अब फिल्मी हो गई क्योंकि हक़ीक़त में मिनी गन फैक्ट्री मिर्जापुर में तो नहीं लेकिन राजधानी रांची से सिर्फ कुछ किलोमीटर दूर मांडर थाने में चल रहा था, जिसका पुलिस ने उदभेदन किया है.
राजधानी रांची के बाज़ार में कट्टे का व्यापार बढ़ाने की कोशिश का पुलिस ने खुलासा कर एक आरोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया है. दरअसल, मांडर थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध मिनी गन फैक्टरी का उद्भेदन करते हुए पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई.
पुलिस ने न सिर्फ मांडर मिनी गन फैक्टरी का उद्भेदन किया बल्कि इसके साथ ही नगड़ी और नरकोपी में चल रहे अवैध मिनी गन फैक्टरी का उद्भेदन करते हुए भारी मात्रा में अवैध हथियार की बड़ी खेप के साथ हथियार बनाने के सामान भी बरामद किए.
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि फिलहाल पुलिस इस तहकीकात में जुटी है कि इनकी सप्लाई कहां-कहां होती थी. मामले में पुलिस ने मोहम्मद रकीब को गिरफ्तार किया है.
वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये हथियार नक्सलियों के साथ साथ बड़े आपराधिक संगठनो तक होती थी हालांकि पुलिस मामले में तफ्तीश की बात कह रही है.
बहरहाल, मिनी गन फैक्ट्री (Mini Gun Factory) का खुलासा पुलिस के लिए एक कामयाबी भी है और चुनौती भी. अब देखना होगा कि कानून के हाथ उस गिरेबान तक कब और कैसे पहुंचेंगे जो इस व्यापार को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.