हस्तशिल्प को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए आगे आई बिहार सरकार, उठाया ये बड़ा कदम
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हस्तशिल्प को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए आगे आई बिहार सरकार, उठाया ये बड़ा कदम

बिहार की कलाकृतियों, हस्तशिल्प और अन्य स्थानीय कलाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लक्ष्य से राज्य सरकार आईसीसीआर के साथ एक सहमतिपत्र पर हस्ताक्षर करेगी.

 (फाइल फोटो)

Patna: बिहार की कलाकृतियों, हस्तशिल्प और अन्य स्थानीय कलाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लक्ष्य से राज्य सरकार आईसीसीआर के साथ एक सहमतिपत्र पर हस्ताक्षर करेगी. बिहार के कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव बंदना प्रियाशी ने बताया कि राज्य सरकार का कला एवं संस्कृति विभाग 11 नवंबर को इस संबंध में आईसीसीआर के साथ एक सहमतिपत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगा. 

लाइव कला और विरासत प्रदर्शनों का कैलेंडर हो रहा है तैयार

उन्होंने कहा कि इस एमओयू के मद्देनजर विभाग अगने कुछ महीनों में दुनिया भर में आयोजित होने वाली लाइव कला और विरासत प्रदर्शनों का कैलेंडर तैयार कर रहा है. प्रियाशी ने कहा, 'इस समझौता ज्ञापन से बिहार के कलाकारों, हस्तशिल्प और राज्य की कई अन्य जातीय कलाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलेगी.' 

उन्होंने कहा कि यह समझौता बिहार को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा सांस्कृतिक आदान-प्रदान की पहल के तहत कलाकारों के समूह को अन्य देशों में भेजने में और वहां के लोगों के राज्य आने में मदद करेगा. उन्होंने कहा,'मधुबनी और मिथिला पेंटिंग, पारंपरिक लोक नृत्य और संगीत, लोकप्रिय त्योहार, प्राचीन काल से बिहार की समृद्ध वास्तुकला आदि सहित राज्य की प्रसिद्ध कला और सांस्कृतिक विरासत को विदेशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी.' उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस एमओयू के बाद 22 मार्च को अन्य देशों में भी 'बिहार दिवस' आयोजित करेगी. 

(इनपुट:भाषा)

 

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