ईडी कार्रवाई पर झामुमो के बयान पर सांसद निशिकांत दुबे का पलटवार, जानें क्या बोले सांसद
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1252095

ईडी कार्रवाई पर झामुमो के बयान पर सांसद निशिकांत दुबे का पलटवार, जानें क्या बोले सांसद

भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने पांच करोड़ रुपये बरामद होने की बात कही, जो की गलत है. भाजपा सासंद निशिकांत दुबे ने झामुमो पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और सभा के बाद सभी सवाल और आरोप का जवाब दिया जाएगा. 

ईडी कार्रवाई पर झामुमो के बयान पर सांसद निशिकांत दुबे का पलटवार, जानें क्या बोले सांसद

रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर और विभिन्न ठिकानों पर ईडी की छापेमारी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने पांच करोड़ रुपये बरामद होने की बात कही, जो की गलत है. भाजपा सासंद निशिकांत दुबे ने झामुमो पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और सभा के बाद सभी सवाल और आरोप का जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहां कि अगर पंकज मिश्रा ठीक-ठाक छवि वाले होते तो ईडी उनके ठीकानों पर कार्रवाई नहीं करती और ना ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाती.

पीएम के आगमन और सभा के बाद सभी को मिलेगा जवाब
निशिकांत दुबे ने कहा कि 12 जुलाई पीएम आ रहे हैं. अभी मैं बहुत व्यस्थ हूं, जब फ्री हो जाऊंगा तो सभी का जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य द्वारा ईडी कार्रवाई के दौरान बरामद हुए रुपए पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाया. जिसका जवाब समय रहते हुए दिया जाएगा. सांसद ने कहा कि ईडी ने पंकज मिश्रा को पूछताछ के लिए बुलाया. पूछताछ के बाद फिर समय पर घर भेज दिया. पंकज मिश्रा नहीं कबूले कि सोनू मिश्रा समेत अन्य तमाम लोगों का संबंध है. उन्होंने कहा कि मेरा परिवारिक संबंध है.

क्या बोले सुप्रियो भट्टाचार्य
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बीजेपी पर ईडी को दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि साहिबगंज में ईडी द्वारा कुछ व्यवसायियों के यहां छापेमारी की गई थी, छापेमारी में कई बातें सामने आई वहां व्यवसाई हीरा भगत के धर पर भी छापेमारी की गई जहां से रुपए बरामदगी की बात सामने आई है ,यह हीरा भगत कोई और नहीं किशनगंज से भाजपा के एमएलसी दिलीप जायसवाल के अपने समधी हैं ,लेकिन यहां इस मामले में भाजपा के विधान परिषद का जिक्र कहीं नहीं हुआ लेकिन मुख्यमंत्री का नाम हर तरफ चला ,इस तरह से बार-बार किसी जांच प्रक्रिया को मुख्यमंत्री से जुड़ना कहीं ना कहीं राज्य को बदनाम करने की साजिश है.

ये भी पढ़िए- काजल रघुवंशी के ठुमके ने बढ़ाया इंटरनेट का पारा, फैंस की जुबान पर लगा ताला

Trending news