कोरोना (Corona) संक्रमण की दूसरी लहर के बीच झारखंड (Jharkhand) में लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं. राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन लग चुका है. लेकिन लोग इस बार इस कोरोना को हारने की तैयारी कर चुके हैं.
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Ranchi: कोरोना (Corona) संक्रमण की दूसरी लहर के बीच झारखंड (Jharkhand) में लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं. जिस वजह से सरकार को एक बार फिर से लॉकडाउन (Lockdown) लगा पड़ा है. सरकार द्वारा लगाये गए इस लॉकडाउन के बाद लोगों के दिल में एक बार फिर से 2020 में लगे लॉकडाउन की यादें ताज़ा हो गई है. इस दौरान लोगों के सामने रोजी-रोटी का भी संकट खड़ा हो गया था.
वहीं राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन लग चुका है. लेकिन लोग इस बार इस कोरोना को हारने की तैयारी कर चुके हैं. तो आइये जानते है कि किस तरह से झारखंड के लोग इस बार कोरोना से जंग जीतेंगे:
साप्ताहिक 'बंदी' से टूटेगी 'संक्रमण' चेन
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने एक सप्ताह के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है. सरकार ने 22 अप्रैल की शाम से अगले 29 अप्रैल तक के लिए पूर्ण लॉकडाउन की घोषण की है.इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सारी सेवाएं बंद रहेंगी. लोगों के घर से निकलने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी...
लॉकडाउन को लेकर जारी मुख्य निर्देश
जनता से 'स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह' मनाने की अपील
झारखंड के बढ़ते हुए कोरोना मामले की वजह से लॉकडाउन लगाया है. राज्य सरकार पहले ही साफ़ कर चुकी है कि उनके पास लॉकडाउन आखिरी रास्ता बचा था. लॉकडाउन के दौरान लोगों के सामने रोजी-रोटी को लेकर सवाल खड़े हो जाते हैं. ऐसे में सरकार ने हफ्ते 'स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह’ मनाने की अपील की है.
'जीवन और जीविका' पर सरकार का फोकस
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लॉकडाउन के ऐलान के साथ ही ये वादा भी किया है कि सरकार का पूरा फोकस 'जीवन और जीविका' पर है .सरकार ने अपना निश्चय दिखाया है कि एक तरफ लोगों के जीवन की रक्षा की जाएगी वहीं दूसरी ओर उनकी रोज़ी-रोटी के लिए भी सरकार जी-जान से जुटी रहेगी.
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विपक्ष का साथ मिलने से सरकार के हौसले बुलंद
लॉकडाउन से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने झारखंड सरकार को किसी भी बड़े और कड़े फैसले के लिए अपना समर्थन जता दिया था. विपक्षी दलों ने सीएम हेमंत सोरेन को स्पष्ट कर दिया था कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार जो भी प्रयास करेगी उसमे विपक्ष उसके साथ खड़ा रहेगा.
भविष्य की राह नहीं है आसान
इसमें कोई शक नहीं है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया है. लेकिन कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन कोई हल नहीं हैं. इसके अलावा इससे लोगों के जीवन पर भी असर पड़ता है. ऐसे में सरकार के सामने भविष्य को लेकर भी कई सवाल खड़े हैं. फ़िलहाल सरकार कोरोना रोकथाम के लिए हर संभव कोशिश कर रही है.