Pollution Air Control: आतिशबाजी के बाद भी रांची में नहीं बढ़ा प्रदूषण, ये है एयर क्वालिटी इंडेक्स
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Pollution Air Control: आतिशबाजी के बाद भी रांची में नहीं बढ़ा प्रदूषण, ये है एयर क्वालिटी इंडेक्स

Polution Air Control: रांची कार्बन मोनोऑक्साइड 0.15 मिलीग्राम पर क्यूबिक मीटर है जबकि 2 मिलीग्राम पर क्यूबिक मीटर के बाद वातावरण दूषित होने लगता है.

Pollution Air Control: आतिशबाजी के बाद भी रांची में नहीं बढ़ा प्रदूषण, ये है एयर क्वालिटी इंडेक्स

रांचीः Polution After Diwali: ग्लोबल वार्मिंग और लगातार बढ़ते प्रदूषण की खबरों के बीच राजधानी रांची के लिए सुखद खबर है. दरअसल दिवाली की रात जमकर हुई आतिशबाजी के बाद भी राजधानी का एयर क्वालिटी पूरी तरीके से कंट्रोल में है. एयर क्वालिटी इंडेक्स मुख्य रूप से कई प्रदुश्कों को मिलाकर बनाया जाता है.जैसे पीएम 2.5,पीएम 2.10,एनओ x और CO यानी कार्बन मोनोऑक्साइड. 

इतना रहा प्रदूषण
दिवाली को रात हुई आतिशबाजी के बाद शहर की वायु की स्थिति क्या है, यह जानने के लिए हम प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के डिस्प्ले के पास पहुंचे, जहां पर सीईओ 0.15,SO2,NOx ,पीएम 10,पीएम2.5 पूरी तरह से कंट्रोल में नजर आ रहाहै. कार्बन मोनोऑक्साइड 0.15 मिलीग्राम पर क्यूबिक मीटर है जबकि 2 मिलीग्राम पर क्यूबिक मीटर के बाद वातावरण दूषित होने लगता है. इसी तरीके से so2- 2.32 ,NOx-5.01 , pm10 49.85 और पीएम 2.5 34.95 मिलीग्राम पर क्यूबिक मीटर है. जो यह बताने के लिए काफी है कि रांची का वातावरण बिल्कुल स्वच्छ है. क्योंकि लिमिट के बनिस्बत वर्तमान के मेज़रमेंट बहुत ही कम है.

झारखंड सरकार ने प्रदूषण कंट्रोल 
झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए पूरे राज्य में दीपावली (Diawali), छठ (Chhath), गुरुपर्व (Guruparv) और क्रिसमस (Christmas) तक पटाखे फोड़ने के लिए सिर्फ दो घंटे की अनुमति दे रखी है. झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव वाईके दास ने यहां मीडिया को बताया कि राज्य में प्रदूषण रोकने के उद्देश्य से दीपावली पर रात्रि आठ बजे से दस बजे तक ही पटाखे फोड़ने की अनुमति दी गई है.

कितनी आवाज तक के पटाखों को मिली इजाजत
झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव ने बताया कि राज्य में सिर्फ 125 डेसिबल तक की ध्वनि करने वाले पटाखों की बिक्री की इजाजत है.उन्होंने बताया कि इस वर्ष सभी जिलों के शहरी इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर पिछले साल की तुलना में बहुत बेहतर है.दास के मुताबिक, आदेश का उल्लघंन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

 

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