ट्यूजडे टॉक में छात्र JDU से बोले RCP सिंह- 90 फीसदी समय सरकार के काम बताने पर करें खर्च
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ट्यूजडे टॉक में छात्र JDU से बोले RCP सिंह- 90 फीसदी समय सरकार के काम बताने पर करें खर्च

उन्होंने कहा कि 1990 से 2005 के दौरान 15 वर्षों का कुल बजट 2 लाख 15 हजार करोड़ था, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आज बिहार का केवल एक साल का बजट 2 लाख 11 हजार करोड़ है.
 

ट्यूजडे टॉक में छात्र JDU से बोले RCP सिंह- 90 फीसदी समय सरकार के काम बताने पर करें खर्च.

पटना: बिहार में सभी दल अपने-अपने तरीकों से चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने 'गूगल मीट' व 'फेसबुक लाइव' के जरिए हजारों की संख्या में जुड़े छात्र जेडीयू एवं शिक्षा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए और आज से शुरू हो रहे छात्र जेडीयू के ट्यूजडे टॉक के साथ-साथ 'मंगल शिक्षा संवाद' का उद्घाटन किया. 

इस दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि शिक्षा का मतलब है किसी भी चीज को खुले नजरिए से देखना. शिक्षा वो होती है जिससे आपके भीतर ऊर्जा संचारित होती है और आपका आत्मबल बढ़ता है और आप सही और गलत का फर्क समझ पाते हैं. विरोधी दल को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि आपको अपने आसपास नकारात्मक ऊर्जा वाले लोग भी मिलेंगे, आप उनसे पूछिए कि आपके समय में शिक्षा का कितना बजट था? 

उन्होंने कहा कि 1990 से 2005 के दौरान 15 वर्षों का कुल बजट 2 लाख 15 हजार करोड़ था, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आज बिहार का केवल एक साल का बजट 2 लाख 11 हजार करोड़ है.
 
जेडीयू नेता ने कहा कि नीतीश कुमार ने केवल शिक्षा नहीं बल्कि उसके पूरे इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम किया. 15 साल पहले बिहार में एक भी केन्द्रीय विश्वविद्यालय नहीं था आज दो-दो हैं. उनसे पहले के 15 साल में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं खुला आज 20 से ऊपर हैं. तब बिहार में गिने-चुने पॉलिटेकनिक कॉलेज थे आज हर जिले में पॉलिटेकनिक और इंजीनियरिंग कॉलेज हैं.

उन्होंने कहा कि तीन-तीन नए विश्वविद्यालय अस्तित्व में आए, आर्यभट्ट के नाम पर नॉलेज विश्वविद्यालय बना तथा कृषि विश्वविद्यालय, आईआईटी, एनआईटी, एनआईआईएफटी जैसे तमाम संस्थान आज बिहार में हैं. एएनएम कॉलेज, जीएनम कॉलेज, बीएड कॉलेज बड़ी संख्या में हैं. इन्हीं 15 वर्षों में 7 प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी बिहार में खोला गया.

आरसीपी सिंह ने छात्रों और शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी बिहार के लोगों से जाकर पूछिए कि आपको कैसा बिहार चाहिए? ज्ञान का या अंधकार का? उन्होंने कहा कि हम सबके नेता नीतीश कुमार नेपोलियन बोनापार्ट के कथन पर बिल्कुल खरे उतरते हैं. 

2005 में उन्होंने निराशा में डूबे बिहार को जो आशा दिलाई उसे पूरा किया. बिहार में कानून का राज हो, शिक्षा हो, बिजली हो, सड़क हो या फिर उनके द्वारा चलाए जा रहे समाज सुधार के अभियान, उन्होंने तमाम छोटी-बड़ी चीजों पर ध्यान दिया और बिहार के समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त किया.

छात्रों से उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने बिहारी अस्मिता को, हमारे बिहारीपन को ललकारा है, उसे चुनौती दी है. आपको वैसे लोगों को जवाब देना है. छात्रों से उन्होंने यह भी कहा कि वे कभी गणेश परिक्रमा पर ध्यान नहीं दें, केवल अपना कर्तव्य करें. समय निकालकर क्लासिक साहित्य पढ़ें और राजनीति में भी सकारात्मक भूमिका निभाएं.

छात्र जेडीयू के प्रभारी डॉ रणवीर नंदन ने कहा कि आरसीपी सिंह सभी छात्रों के लिए केवल नेता और अभिभावक ही नहीं हमेशा राह दिखाने वाले गुरु भी हैं, इसलिए आज से छात्र जेडीयू के सभी कार्यकर्ता उन्हें 'आरसीपी सर' कहा करेंगे. छात्रों से उन्होंने कहा कि जैसा कि नीतीश कुमार ने कहा है, हमें अपना 90 फीसदी समय अपने नेता के कार्यों को बताने में और 10 फीसदी विरोधियों का जवाब देने में खर्च करना है.