मोकामा शेल्टर होम से फरार लड़कियों पर सियासत शुरू, RJD ने गायब करने का लगाया आरोप
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मोकामा शेल्टर होम से फरार लड़कियों पर सियासत शुरू, RJD ने गायब करने का लगाया आरोप

मोकामा शेल्टर होम से लापता 7 लड़कियों को लेकर आरजेडी ने सरकार को घेरा है.

मोकामा शेल्टर होम से 7 लड़कियां फरार हो गई है.

नई दिल्लीः बिहार के मोकामा स्थित नाजरथ अस्पताल द्वारा चलाई जा रही शेल्टर होम से 7 लड़कियां फरार हो गई है. वहीं, अहम बात यह है कि फरार लड़कियों में 5 मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की पीड़िता बताया जा रहा है. जिसके बाद से पूरे प्रशासन में हड़कंप मचा है. वहीं, इस मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है. आरजेडी को अब सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. आरजेडी का कहना है कि लड़कियां भागी नहीं है बल्कि उन्हें भगाया गया है. और लड़कियों के जान का भी खतरा हो सकता है.

जानकारी के मुताबिक, मोकामा के शेल्टर होम से सुबह करीब साढ़े तीन बजे 7 लड़कियां फरार हो गई है. बताया जा रहा है कि लड़कियां ग्रिल काट कर वहां से फरार होने में कामयाब हुई है. वहीं, डीएम रवि कुमार ने भी इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि 7 लड़कियों की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज की गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि लड़कियों को ढुंढ़ने का काम किया जा रहा है.

वहीं, इस मामले में अब विपक्ष सरकार पर हमलावर हो रहा है. आरजेडी के नेता विजय प्रकाश ने कहा है कि यह लड़कियां भागी नहीं है बल्कि उन्हें भगाया गया है. उन्होंने कहा कि 7 लड़कियों में से 5 लड़कियां मुजफ्फपुर शेल्ट कांड की अहम गवाह थी. इसलिए उन्हें छिपा दिया गया है. साथ ही उन्होंने आशंका जताई की उनकी हत्या भी हो सकती है.

वहीं, बिहार के विपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सत्ता शीर्ष पर बैठे किस शख़्स को बचाने की साज़िश हो रही है? पीड़ित बच्चियाँ अभी भी क्यों सुरक्षित नहीं है? सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग के बावजूद ये दु:साहस कौन कर रहा है? सीएम को किस बात का डर है?

मोकामा शेल्टर होम से फरार लड़कियों की खबर आने के बाद यह भी जानकारी सामने आई है कि एनजीओ द्वारा संचालित बालिका गृह में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को भी जाने नहीं दिया जाता था. कई बार निरीक्षण के लिए गए पुलिस पदाधिकारियों को भी सोसायटी द्वारा संचालित एनजीओ के असहयोग का सामना करना पड़ा था. वरीय पदाधिकारी भी वहां निरीक्षण के लिए जाते थे तो नाजरथ सोसाइटी द्वारा संचालित एनजीओ के असहयोग का सामना करना पड़ा था.

अब इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में लग गई है. इसके लिए एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है. वहीं, लड़कियों को खोजने के लिए डॉग स्क्वायड को भी लगाया जा रहा है.