कांग्रेस के प्रत्याशी जो राज्यसभा के दावेदार के रूप में बीजेपी के दीपक प्रकाश के समक्ष खड़े थे, उन्हें 18 मत मिले. हालांकि जेएमएम महागठबंधन ने जैसा कि पहले से तय था, शिबू सोरेन को निर्विरोध राज्यसभा भेजने के पक्ष में वोटिंग की.
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रांची: झारखंड में राज्यसभा चुनाव की मतगणना पूरी हो गई और परिणाम उम्मीदों के अनुसार आए हैं. जेएमएम के शिबू सोरेन और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज की है. जेएमएम के शिबू सोरेन निर्विरोध चुने गए और उन्हें 30 वोट मिले हैं जबकि बीजेपी के दीपक प्रकाश को 31 मत मिले हैं.
इससे पहले 4 बजे तक चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद 5 बजे से वोटों कि गिनती शुरू की गई. पहले से कयास लगाए जा रहे थे कि निर्दलीय विधायक सरयू राय, आजसू के दोनों विधायक और निर्दलीय विधायक अमित यादव का साथ बीजेपी को मिलेगा और ऐसा ही हुआ.
राज्यसभा चुनाव में आदरणीय दिशोम गुरुजी द्वारा विजय प्राप्त करने के बाद के कुछ क्षण। pic.twitter.com/9gIbBUvlrp
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) June 19, 2020
कांग्रेस के प्रत्याशी शहजादा अनवर राज्यसभा के दावेदार के रूप में बीजेपी के दीपक प्रकाश के सामने खड़े थे और उन्हें 18 वोट मिले. हालांकि जेएमएम और महागठबंधन ने जैसा कि पहले से तय था वैसा ही हुआ. शिबू सोरेन निर्विरोध राज्यसभा भेजे गए. सभी ने उनके पक्ष में वोटिंग की.
राज्यसभा चुनाव में विजय प्राप्त करने के लिए पार्टी अध्यक्ष आदरणीय दिशोम गुरु
श्री @ShibuSorenJMM जी को झारखण्डवासियों की तरफ से अनेक-अनेक शुभकामनाएं।
आदरणीय गुरुजी के मार्गदर्शन में झारखण्ड और नई ऊँचाइयां छुएगा।— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) June 19, 2020
झारखंड में बीजेपी प्रत्याशी दीपक प्रकाश के जीते के बाद पार्टी नेताओं ने उन्हें बधाई दी और मुंह मीठा कराया. मौके पर मौजूद बीजेपी के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने दीपक प्रकाश को शुभकामनाएं दी. इसके अलावा बीेजपी के कई अन्य नेताओं ने भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को नई कमान मिलने पर बधाई दी.
झारखण्ड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री @dprakashbjp जी को राज्यसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत पर हार्दिक बधाई.. pic.twitter.com/x4POAoMkpG
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) June 19, 2020
बता दें कि झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के साथ साथ जेएमएम ने भी कई दांवपेंच खेले ताकि दोनों ही सीटें महागठबंधन के खाते में आ जाए लेकिन निर्दलीय विधायकों और आजसू के बीजेपी को समर्थन के बाद से ही यह तय हो गया था कि यहां सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को एक एक सीटें बांटनी होंगी.