Tejashwi-RCP में जुबानी जंग के बाद गर्म हुई बिहार की सियासत, डिग्री पर पहुंच गई बहस
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Tejashwi-RCP में जुबानी जंग के बाद गर्म हुई बिहार की सियासत, डिग्री पर पहुंच गई बहस

Bihar:RCP Singh कहा था कि तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) अपने माता-पिता के कार्यकाल को देखें, कितने नरसंहार हुए. उनके पास कोई  डिग्री नहीं है तो उनकी चिट्टी कौन लिख रहा है किससे चिट्ठी लिखवा रहे हैं, यदि उन्हें कुछ देना है तो वे बिहार में विकास के लिए सुझाव दें.

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और तेजस्वी यादव (फाइल पोटो)

रुपेन्द्र श्रीवास्तव/पटना: बिहार में जेडीयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह (RCP Singh) के तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर दिए बयान को लेकर राजनीति गर्म हो गई है. उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव अपने माता-पिता के कार्यकाल को देखें, कितने नरसंहार हुए. अब यह सब कैसेट बजाना बन्द करना चाहिए, बोर्ड की डिग्री नहीं है तो उनकी चिट्टी कौन लिख रहा है. किससे चिट्ठी लिखवा रहे हैं. यदि उन्हें कुछ देना है तो वे बिहार में विकास के लिए सुझाव दें.

वही, आरसीपी सिंह (RCP Singh) के द्वारा तेजस्वी यादव पर दिए गए बयान का बीजेपी ने समर्थन किया है. बीजेपी (BJP) के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह ने ठीक कहा है कि जो व्यक्ति बोर्ड की परीक्षा नहीं पास किया हो वह व्यक्ति लेटर लिखे यह समझ से परे है. पहले जनता को यह बताये कि लेटर लिखने आता है और जनता के सामने लिखे तब जनता बतायेगी कि तेजस्वी यादव को लेटर लिखने आता है कि नहीं. अगर लेटर तेजस्वी यादव ने खुद लिखा है तो अच्छी आदत है कि उन्होंने लिखना पढ़ना चालू कर दिया है.

जेडीयू (JDU) की प्रवक्ता सुहेली मेहता ने आरसीपी सिंह के द्वारा तेजस्वी यादव पर दिए गए बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह सही बात है कि किसी बात को समझने के लिए लिखने-पढ़ने की जरूरत होती है. यह बार-बार चिट्ठी लिखना और यह कहना यह नहीं हो रहा है, वह नहीं हो रहा है यह बात कहां तक सही है.

उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष का सिर्फ यही काम नहीं है बल्कि बिहार के विकास के कामों में कुछ कमियां लग रही है तो उस पर कुछ सुझाव दें और बिहार के विकास में सहयोग करें.

बता दें कि आरजेडी (RJD)के वरीय नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwary) ने कहा की आरसीपी सिंह आईएएस (IAS)पदाधिकारी रह चुके हैं और काफी तेज और पढ़े-लिखे हैं, लेकिन राजनीति में जो लोग सरकार में रहते हैं उनके आदेश पर काम करते हैं. बिहार में तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री रहे हैं, अगर आरसीपी सिंह बिहार कैडर के अधिकारी होते और उस विभाग के अधिकारी होते हुए उस विभाग के तेजस्वी मंत्री होते तो उनको तेजस्वी का आदेश को मानना होता.

आरजेडी नेता ने आगे कहा कि आईएस होना एक अलग बात है और पॉलीटिकल लीडर होना एक अलग बात है. आरसीपी सिंह (RCP Singh) को ऐसी बातें बोलना शोभा नहीं देता. आरपी सिंह को राजनीति की समझ नहीं है और सिर्फ नीतीश कुमार के प्राइवेट सेक्रेट्री होने से राजनीतिक समझ नहीं हो सकती.