IRCTC घोटाला: तेजस्वी यादव को लगा झटका, सीबीआई-ईडी की अलग-अलग होगी सुनवाई
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IRCTC घोटाला: तेजस्वी यादव को लगा झटका, सीबीआई-ईडी की अलग-अलग होगी सुनवाई

कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कर दिया है कि सीबीआई और ईडी दोनों मामले अलग-अलग चलेंगे. आपको बता दें कि तेजस्वी यादव की तरफ से अर्जी में ईडी के मामले में चल रहे ट्रायल पर रोक लगाने की मांग की गई थी. 

कोर्ट सीबीआई और ईडी के मामले में अब 31 जुलाई को सुनवाई करेगा.(फाइल फोटो)

नई दिल्ली: आईआरसीटीसी होटल आवंटन घोटाला मामले में लालू यादव, तेजस्वी यादव, पीसी गुप्ता, सरला गुप्ता, लारा प्रोजेक्ट सहित अन्य की याचिका का राउज एवेन्यू कोर्ट ने निपटारा कर दिया है. कोर्ट से इन लोगों को राहत नहीं मिली है. कोर्ट सीबीआई और ईडी के मामले में अब 31 जुलाई को सुनवाई करेगा.

कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कर दिया है कि सीबीआई और ईडी दोनों मामले अलग-अलग चलेंगे. आपको बता दें कि तेजस्वी यादव की तरफ से अर्जी में ईडी के मामले में चल रहे ट्रायल पर रोक लगाने की मांग की गई थी.  9 जुलाई को कोर्ट में पेशी के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा था कि जब तक सीबीआई के मामले में चल रहे ट्रायल पर आदेश नहीं आ जाता है, तब तक ईडी आरोपों पर बहस न करें.. गौरतलब है कि ईडी ने यह केस सीबीआई की एफआईआर पर दर्ज किया था.

बता दें कि आईआरसीटीसी मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज मामले में चल रहे ट्रायल पर कोर्ट ने रोक लगा रखी है. इस मामले में सीबीआई और ईडी, दोनों एजेंसियां अलग-अलग जांच कर रही हैं. दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में 25 अगस्त 2018 को ईडी ने पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पीसी गुप्ता, सरला गुप्ता समेत कुल 16 लोगों के खिलाफ आईआरसीटीसी घोटाले में चार्जशीट दायर किया था.

 ईडी ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद यादव समेत आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग किया. ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा कि रेलमंत्री रहने के दौरान लालू यादवने नियमों को ताक पर रखकर पुरी और रांची के दो आईआरसीटीसी के होटलों को पीसी गुप्ता की कंपनी को दे दिया. 

चार्जशीट में कहा गया कि रांची और पुरी के उन दोनों होटलों को लेने के एवज में लालू की पत्नी राबड़ी देवी और बेटा तेजस्वी यादव के नाम पर पीसी गुप्ता की कंपनी के शेयर ट्रांसफर किये गये. बता दें कि यह तेजस्वी के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ा यह पहला मामला था, जिसमें तेजस्वी को आरोपी बनाया गया था. (इनपुट: राकेश कुमार सिंह)