बिहार: पुलिस मुख्यालय के एक्शन प्लान का दिखा असर, अपराध नियंत्रण के लिए अधिकारियों ने की नाइट पैट्रोलिंग
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बिहार: पुलिस मुख्यालय के एक्शन प्लान का दिखा असर, अपराध नियंत्रण के लिए अधिकारियों ने की नाइट पैट्रोलिंग

बिहार में ताबड़तोड़ हो रहे हत्याएं और बिगड़ती विधि व्यवस्था को लेकर के सीनियर आईपीएस अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. आईजी डीआईजी तक के अफसरों को पेट्रोलिंग करने की जिम्मेवारी दी गई है.

बिहार: पुलिस मुख्यालय के एक्शन प्लान का दिखा असर, अपराध नियंत्रण के लिए अधिकारियों ने की नाइट पैट्रोलिंग.

पटना: सीएम नीतीश की बैठक खत्म होते ही शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने का निर्देश जारी किया गया है. बड़े अपराधियों की गिरफ्तारी का निर्देश भी अधिकारियों को दिया गया है. विधि व्यवस्था पर सीएम की गंभीर बैठक के बाद बड़े अधिकारियों को नाइट पैट्रोलिंग करने को कहा गया है.

बिहार में ताबड़तोड़ हो रहे हत्याएं और बिगड़ती विधि व्यवस्था को लेकर के सीनियर आईपीएस अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. आईजी डीआईजी तक के अफसरों को पेट्रोलिंग करने की जिम्मेवारी दी गई है. सीनियर आईपीएस को छोड़िए पुलिस जवान भी ड्यूटी से गायब दिखे. बमुश्किल से इक्के दुक्के जगहों पर पेट्रोलिंग जिप्सी दिखाई दी. 

मुजफ्फरपुर क्राइम कंट्रोल के लिए पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद असर भी दिखा. एसएसपी डीएसपी मध्य रात्रि में गस्ती में दिखे. चौक-चौराहों पर पुलिस की चुस्ती भी दिखी. बाइक से भी गस्ती दिखी. लाठी के साथ पैदल गस्ती, जगह-जगह वाहनों की जांच भी होगी. 

उसी तरह बिहार के पुलिस मुख्यालय के प्लान पर कटिहार में भी पुलिस एक्शन में नजर आयी. नाइट पेट्रोलिंग पर आधी रात निकले को गश्ती के लिए एसपी निकले. गश्ती के दौरान अनुमंडल क्षेत्र के थाना-चेकपोस्ट और पैदल गश्ती पुलिस की चौकसी दिखी.

लोगो ने कहा कि इससे अपराध पर लगाम लगेगा. जब एसपी खुद से कमान थाम लें. पैदल गश्ती पुलिस की बीट बनाकर करायी जा रही है. अनुमंडल क्षेत्रों में पेट्रोलिंग कराने से अपराध पर नियंत्रण होगा.

जब शहर से लेकर गांव कड़ाके की ठंड में सो रहा था तो अपने नए एक्शन प्लान को लेकर अपने आवास से कटिहार एसपी चौक चौराहे और चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस बल के साथ निकल पड़े. 

बिहार के अरवल जिले के अलग-अलग जगहों पर एसपी राजीव रंजन ने नाइट पेट्रोलिंग की. इस दरमियान उन्होंने कई होटलों एवं चेक पोस्टों की जांच की. अलग-अलग थाना क्षेत्र में जाकर गश्ती पर निकले पुलिस गाड़ियों की पड़ताल की और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. नाइट पेट्रोलिंग के दौरान शहर तेलपा ओपी में ड्राइवर नहीं होने के कारण गस्ती गाड़ी बाहर नहीं निकली थी. जब थाने में पुलिस गाड़ी को चलाने वाले ड्राइवर नहीं होंगे तो किसी भी बड़ी घटना पर पुलिस मौके पर कैसे पहुंचेगी और सुरक्षा सुरक्षा व्यवस्था का हाल क्या होगा यह कल्पना नहीं किया जा सकता है? 

गौरतलब हो कि राज्य में अपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण के लिए राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्देश जारी किया गया था कि रात्रि में बड़े पदाधिकारी गस्ती में निकले पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद एसपी नाइट पेट्रोलिंग करते देखे गए. एसपी ने बताया कि सभी जगहों पर चौकीदार एवं पुलिस बल के द्वारा मजबूती से गस्ती किया जा रहा था. शहर तेलपा थाने में ड्राइवर नहीं होने के कारण गस्ती गाड़ी बाहर नहीं निकली.