बिहार: पर्यटन सूचना केंद्र की स्थिति है बेहाल, बड़ी संख्या में आते हैं बौद्ध-जैन धर्म के लोग
Advertisement

बिहार: पर्यटन सूचना केंद्र की स्थिति है बेहाल, बड़ी संख्या में आते हैं बौद्ध-जैन धर्म के लोग

बिहार के अलग-अलग जिलों में पर्यटक सूचना केन्द्र बनाए गए हैं. मकसद है कि बाहर से आने वाले यात्रियों को पर्यटक स्थलों की पूरी और सटीक जानकारी दी जाए. लेकिन पटना के सूचना केन्द्र बेहाल पड़े हैं.

 पर्यटन सूचना केन्द्र पर कर्मचारियों की तैनाती सिर्फ कागजों में सिमट कर रही गई है.

पटना: बिहार के अलग-अलग जिलों में पर्यटक सूचना केन्द्र बनाए गए हैं. मकसद है कि बाहर से आने वाले यात्रियों को पर्यटक स्थलों की पूरी और सटीक जानकारी दी जाए. लेकिन पटना के सूचना केन्द्र बेहाल पड़े हैं. कुछ पर्यटन सूचना केन्द्र पर कर्मचारियों की तैनाती सिर्फ कागजों में सिमट कर रही गई है.

ऐसे में सवाल ये उठता है कि जिन पर्यटक सूचना केन्द्रों पर पर्यटन विभाग भारी-भरकम राशि खर्च कर रहा है क्या उसका फायदा सैलानियों को मिल रहा है. बिहार में धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन के लिहाज से कई जगह मौजूद हैं. खासकर बौद्ध और जैन धर्म के लिहाज से महत्वपूर्ण माने जाने वाले तीर्थस्थलों की अच्छी खासी संख्या बिहार में है.

इन पर्यटन स्थलों के बारे में सैलानियों को सही और सटीक जानकारी मिले इसलिए बिहार सरकार ने अलग-अलग जिलों में पर्यटक सूचना केन्द्र बनाए हैं और यहां कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है. लेकिन ये पर्यटक सूचना केन्द्र आज बेहाल हैं. सबसे खराब हालत पटना रेलवे जंक्शन पर मौजूद पर्यटक सूचना केन्द्र की है जहां दिन में भी कर्मचारी मौजूद नहीं रहते हैं.

पर्यटक सूचना केन्द्र बंद है अंदर कुछ कुर्सियां लगी हैं लेकिन सैलानियों को जानकारी देने वाले कर्मचारी मौजूद नहीं. कमोबेश यही हालत राजेंद्र नगर जंक्शन स्थित पर्यटक सूचना केन्द्र की भी है. हालांकि यहां कुछ कर्मचारी जरूर मौजूद नजर आए लेकिन सुविधा नहीं के बराबर. यात्रियों के मुताबिक, पटना के आसपास काफी जगह ऐसी हैं जहां परिवार के साथ घूमने जाया जा सकता है लेकिन कोई कुछ बताने वाला नहीं है.