बिहार : भ्रष्टाचार के आरोप में MNRGA के दो कर्मचारी बर्खास्त
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बिहार : भ्रष्टाचार के आरोप में MNRGA के दो कर्मचारी बर्खास्त

विकास आयुक्त सुभाष शर्मा के निरीक्षण में अनियमितता पकड़ी गई. विकास आयुक्त के जांच के बाद जिलास्तरीय टीम के द्वारा भी दुबारा जांच की गई. 

लखीसराय के डीएम ने दोनों को सस्पेंड कर दिया.

लखीसराय : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के कनीय अभियंता और पीआरएस को बर्खास्त दिया गया है. यह बर्खास्तगी योजना में अनियमितता बरतने के दोषी पाए जाने पर किया गया है. जिलाधिकारी शोभेंद्र कुमार चौधरी के आदेश पर उप विकास आयुक्त विनय कुमार मंडल ने पीआरएस मिथिलेश कुमार और कनीय अभियंता पप्पू कुमार को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया है.

विकास आयुक्त सुभाष शर्मा के निरीक्षण में अनियमितता पकड़ी गई. विकास आयुक्त के जांच के बाद जिलास्तरीय टीम के द्वारा भी दुबारा जांच की गई. 

विकास आयुक्त ने 16 फरवरी 2019 को चानन प्रखंड के खुटुकपार पंचायत में मनरेगा योजना की जांच की थी. जांच में मनरेगा योजना की अनियमितता और अपव्यय का खुलासा हुआ. अपव्यय की गई राशि दो लाख 55 हजार 716 रुपए दोषी कर्मियों से वसूली की गई. 

राशि वसूली के बाद आरोप प्रमाणित होते ही दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की गई. मनरेगा योजना का क्रियान्वयन पंचायत रोजगार सेवक के नाम से होता है, जबकि योजना की मापी सहित अन्य प्रक्रिया कनीय अभियंता के द्वारा पूरी की जाती है. 

ऐसे में दोनों को दोषी मानते हुए बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है. डीएम शोभेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि मनरेगा योजना से जुड़े सभी कर्मी पारदर्शिता के साथ काम करें. अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.