बिहार के मधुबनी जिला के कलुआही प्रखंड के पुरसौलिया पंचायत की निवासी वहीदा खातुन की दो बेटियां इबराना और फरजाना छोटी उम्र में ही समाज के लिए मिसाल बन गई हैं.
Trending Photos
विकास चौधरी/मधुबनी: बिहार के मधुबनी जिला के कलुआही प्रखंड के पुरसौलिया पंचायत की निवासी वहीदा खातुन की दो बेटियां इबराना और फरजाना छोटी उम्र में ही समाज के लिए मिसाल बन गई हैं. इबराना दसवीं में है जबकि फरजाना आठवीं में पढ़ती हैं. इन दोनों छात्राओं ने अपनी स्कॉलरशिप की रकम से घर में शौचालय बनवाया है.
इबराना और फरजाना का कहना है कि घर में शौचालय नहीं होने से इनके सम्मान को ठेस पहुंचती थी. लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से शौचालय बनवाना संभव नहीं हो पा रहा था. इबराना और फरजाना का कहना है कि भारत के प्रधानमंत्री का जो सपना है कि 2019 तक खुले में शौच मुक्त भारत वो काफी सराहनीय कदम है और जरूर पूरा होगा.
स्कूल में जब दोनों बहनों को बतौर छात्रवृति 8 हजार रुपये मिले तो दोनों शौचालय बनवाने का फैसला लिया. दोनों की ना सिर्फ गांव में बल्कि पूरे जिले में तारीफ हो रही है. पुरसौलिया पंचायत के लोगों को अपनी दोनों बेटियों पर नाज है. इन्हें देखकर गांव वाले भी शौचालय बनाने लगे हैं और स्वच्छता का खास ख्याल रख रहे हैं.
इनके प्रयास की मधुबनी के विधायक सुमन महासेठ भी काफी सराहना की है. वहीं डीडीसी ने कहा सरकार द्वारा शौचालय बनाया जा रहा है लेकिन इन दोनों बहनों के द्वारा छात्रवृत्ति की राशि से शौचालय बनाना समाज के लिए नजीर है. डीडीसी ने कहा पूरे जिले को ओडीएफ घोषित का लक्ष्य 31 दिसम्बर रखा गया है और इस तरह के प्रयास से लक्ष्य पूरा किया जा सकता है. जरुरत है लोग मानसिकता में बदलाव कर शीघ्र शौचालय का निर्माण करें.