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पटना: Union Budget 2023, Budget Session 2023: कल पेश होने वाले बजट से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने पहले दोनों सदनों को संबोधित किया. इस दौरान राष्ट्रपति ने मोदी सरकार के कामों की तारीफ करते हुए सरकार के कामों की उपलब्धियां गिनाई. राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि ये सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि अनेक मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच चुकी हैं या फिर उस लक्ष्य के काफी निकट हैं.
आइए एक नजर डालते हैं राष्ट्रपति के अभिभाषण की मुख्य बातों पर--
-भारत जी20 के सदस्य देशों के साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान खोजने का प्रयाय कर रहा है.
-भारत ने यह सोच बदल दी है कि प्रगति और प्रकृति एक साथ नहीं चल सकते, सरकार ‘हरित विकास’ पर ध्यान केंद्रित -कर रही है.
-भारतीय रेलवे तेजी से दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक रेलवे नेटवर्क बनने की ओर अग्रसर
-गुलामी की हर निशानी से छुटकारा पाने की कोशिश में जुटी है सरकार, राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना इसका एक उदाहरण है.
-सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि काम के किसी भी क्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई प्रतिबंध ना हो.
-आज हम ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता देख रहे हैं, भारत में पहली बार महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक
-सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं
-मेरी सरकार की प्राथमिकता 11 करोड़ छोटे किसान हैं जो दशकों से सरकारी लाभों से वंचित थे
-सरकार ने बिना किसी भेदभाव के, हर वर्ग के लिए काम किया है
-सरकार ने हमेशा देश हित को सर्वोपरि रखा है, नीति और रणनीति को पूरी तरह से बदलने की इच्छाशक्ति दिखाई है.
-जीएसटी के जरिए, आज पारदर्शिता के साथ ही करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित की जा रही है
-पहले आयकर रिफंड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। आज आयकर रिटर्न दाखिल करने के कुछ दिनों के अंदर ही रिफंड मिल जाता है
-पिछले कई वर्षों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार लड़ाई जारी है.
-सरकार का स्पष्ट मानना है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र एवं सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा शत्रु है
-भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए प्रभावी व्यवस्था की गई है
-आज सबसे बड़ा बदलाव यह हुआ है कि हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है एवं भारत के प्रति विश्व का नजरिया बदला है
-अमृत काल की 25 साल की अवधि आजादी का स्वर्णिम काल और विकसित भारत के निर्माण का समय
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