गढ़वा जिले के डंडई थाना क्षेत्र के करके गांव में विनोद प्रजापति की रामलीला में भगवान परशुराम की भूमिका निभाते समय मंच पर भाषण के दौरान हार्ड अटैक से मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक, गांव में दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर रामलीला का आयोजन किया गया था. जिसमें धनुष यज्ञ के साथ रामलीला का शुभारंभ किया गया. धनुष टूटने के बाद विनोद प्रजापति गुस्से में परशुराम के वेश में मंच पर पहुंचे और धनुष तोड़ने का कारण पूछते हुए अपने अंतिम शब्द बोले- धनुष किसने तोड़ा है, जल्दी बताओ. इसके बाद सभी पात्र और दर्शक मंच पर बेहोश होकर गिर पड़े, तब तक विनोद प्रजापति ने मंच पर गिरना खेल का हिस्सा समझा. कुछ देर तक न उठने पर उसे रामलीला के पात्र ने उठाया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. विनोद प्रजापति होश संभालने के बाद से ही समाज सेवा करते थे. वह झारखंड मुक्ति मोर्चा के पंचायत अध्यक्ष और झारखंड कुम्हार समन्वय समिति के सक्रिय सदस्य थे.