भागलपुर के सुल्तानगंज में पुल गिरने के बाद लीपापोती का खेल शुरु हो गया है. दरअसल पुल हादसे के बाद इंजीनियर योगेंद्र का ट्रांसफर कर दिया गया. जबकि योगेंद्र को एक दिन पहले यानि कि 5 जून को सस्पेंड कर दिया गया था. अब सवाल ये है कि सस्पेंड करने के बाद योगेंद्र का 6 जून को ट्रांसफर कैसे हुआ. खास बात ये है कि सस्पेंड सरकार ने किया लेकिन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने इंजीनियर योगेंद्र का ट्रांसफर कर दिया. इसके बाद लगातार ये सवाल उठ रहे है कि पहले सस्पेंड फिर ट्रांसफर कैसे. आखिर किसे बचाने कि कोशिश हो रही है. जब सरकार ने सस्पेंड कर दिया तो फिर इंजीनियर का ट्रांसफर कैसे हो गया.
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