मुंबई में पूर्व विधायक और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनके पैतृक गांव मांझा, गोपालगंज में शोक की लहर है. बाबा सिद्दीकी का जन्म गोपालगंज में हुआ था, और वे अक्सर अपने गांव आते रहते थे. उनके परिवार द्वारा स्थापित ट्रस्ट से वे समाज सेवा करते थे, जिसमें मांझा हाई स्कूल के छात्रों को पठन सामग्री वितरित करना भी शामिल था. उनके करीबी रिश्तेदार अब्दुल अहद ने इस हत्या को महाराष्ट्र सरकार की नाकामी बताया और कहा कि 15 दिन पहले धमकी मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. बाबा के भतीजे महमद फुरकान ने बताया कि 2022 में वे आखिरी बार गांव आए थे और अब फिर गांव आने वाले थे. उनके निधन से पूरे इलाके में गम का माहौल है.