5 घंटे के भीतर पटना पहुंचने के लक्ष्य पर किया जा रहा काम: CM नीतीश
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5 घंटे के भीतर पटना पहुंचने के लक्ष्य पर किया जा रहा काम: CM नीतीश

सीएम ने कहा कि बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए भविष्य में भी आवागमन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सड़कों के निर्माण के साथ-साथ उनका चैड़ीकरण एवं कई फ्लाईओवर का निर्माण कराया जा रहा है.

सीएम की अध्यक्षता में पथ निर्माण विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गई. (तस्वीर साभार-@nkishoreyadav)

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अध्यक्षता में पथ निर्माण विभाग की महत्त्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा की गई. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने अपने प्रस्तुतीकरण में कारगिल चौक से अशोक राजपथ होते हुए पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कृष्णा घाट एवं एनआईटी तक 4 लेन एलिवेटेड पथ की निर्माण की सहमति प्रदान की गई.

उन्होंने कहा कि यह 4 लेन चौड़ा पथ होगा, जिसमें 4 लेन ग्राउंड पर और 4 लेन एलिवेटेड होगा. इस एलिवेटेड पथ से पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आने और जाने की सुविधा प्रदान की जाएगी. साथ ही कृष्णा घाट पर इसकी सम्पर्कता गंगा पथ से प्रदान की जाएगी. इस परियोजना की अनुमानित लागत 315 करोड़ रूपए होगी.

वहीं, समीक्षा के क्रम में, गया शहर में फल्गु नदी पर विष्णुपद मंदिर से सीता कुण्ड तक लक्ष्मण झुला के निर्माण की डिजाईन पर स्वीकृति प्रदान की गई. पुल निर्माण निगम द्वारा इसका डीपीआर बनाया गया है. इसके निर्माण पर लगभग 60 करोड़ रूपए की लागत आएगी. समीक्षा में जेपी सेतु के बगल में दीघा से नया गांव तक नई फोर लेन पुल के एलाइनमेंट पर भी चर्चा हुई और डीपीआर को अंतिम रूप प्रदान करने का निर्देष दिया गया.

इसके साथ ही चिरैयांटांड़ पुल, कंकडबाग आदि क्षेत्रों में यातायात की सुगमता के लिए एलिवेटेड पथ निर्माण के प्रस्ताव पर चर्चा की गई और अतिरिक्त आवश्यकता पर बल दिया गया. वहीं, लोहिया पथ चक्र की प्रगति में और तेजी लाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि मुख्य सचिव के नेतृत्व में सभी संबंधित विभागों के प्रधान सचिव लोहिया पथ चक्र स्थल का भ्रमण करके निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करेंगे.

इधर, बैठक में एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड, कच्ची दरगाह विषुनपुर 6-लेन पुल, गंगा पथ परियोजना, बख्तियारपुर-ताजपुर पुल, आर ब्लाक-दीघा पथ एवं बिहटा-सरमेरा पथ की प्रगति की समीक्षा की गई. साथ ही सभी योजनाओं में अत्याधिक तेजी से कार्य पूर्ण करने के निर्देष दिए गए.

वहीं, प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए भविष्य में भी आवागमन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सड़कों के निर्माण के साथ-साथ उनका चैड़ीकरण एवं कई फ्लाईओवर का निर्माण कराया जा रहा है. साथ ही राज्य के किसी कोने से भी पटना 5 घंटे में पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शहर में ट्रैफिक आसान हो और लोगों को आवाजाही में आसानी हो, इसलिए एलिवेटेड पुलों का भी निर्माण कराया जा रहा है.

सीएम ने कहा कि अशोक राजपथ पर बनने वाले फ्लाई ओवर से पीएमसीएच और पटना यूनिवर्सिटी के साथ-साथ अशोक राजपथ पर और उससे आगे जाने वाले पूर्वी इलाकों के लोगों को काफी सुविधा होगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि गया के विष्णुपद मंदिर से सीता कुंड तक बनने वाले ब्रिज से, यहां आने वाले भक्तों और आम जनता को भी काफी सुविधा होगी. इस ब्रिज पर किसी भी तरह के वाहन के परिचालन पर रोक रहेगी और यह सिर्फ पैदल पथ होगा. साथ ही पटना में गंगा नदी पर जेपी सेतु के समानान्तर पुल से भी लोगों को काफी सहुलियत होगी.
बाहर से पटना के पश्चिमी इलाके में आने जाने वाले लोगों के लिए भी यह पुल सुविधाजनक होगा. बढ़ती भीड़ को देखते हुए चिरैंयाटाड़ पुल से कंकड़बाग कॉलोनी के लिए एलिवेटेड पुल का निर्माण भी उपयोगी है.

नीतीश कुमार ने कहा कि आर ब्लॉक से दीघा के लिए नए पथ का निर्माण कराया जा रहा है. साथ ही राममनोहर लोहिया पथ चक्र के निर्माण का कॉन्सेप्ट अपने आप में विशिष्ट है. इसका स्ट्रक्चर खास है, जो देश में अपनी तरह का एक विशिष्ट पथ चक्र होगा. इसके निर्माण से ट्रैफिक व्यवस्था और आसान होगी. उन्होंने कहा कि जो भी निर्माण कार्य हो रहे हैं, उनका जमीनी स्तर पर मुआयना करते रहें. निर्माण कार्य में इस बात पर ध्यान देने की जरुरत है कि वो तकनीकी तौर पर बेहतर हों और लोगों के लिए अधिक से अधिक उपयोगी हों.