मुख्यंत्री और मंत्री जिन्होंने हटा दी है अब गाड़ियों पर लगी लालबत्ती
सरकार के लाल बत्ती हटाने के फैसले का असर अब राज्यों में भी दिखने लगा है. इस क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. उनकी सफेद रंग की सरकारी गाड़ी बिना लालबत्ती के देखी गई. साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यरमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. शिवराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं लालबत्ती छोड़ता हूं, सारे मंत्री लालबत्ती छोड़ेंगे.
नई दिल्ली: सरकार के लाल बत्ती हटाने के फैसले का असर अब राज्यों में भी दिखने लगा है. इस क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. उनकी सफेद रंग की सरकारी गाड़ी बिना लालबत्ती के देखी गई. साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यरमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी सरकारी गाड़ी से लालबत्ती हटा लिया है. शिवराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं लालबत्ती छोड़ता हूं, सारे मंत्री लालबत्ती छोड़ेंगे. छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमण सिंह ने लालबत्ती छोड़ दिया है. अब उनकी सरकारी गाड़ी बिना लालबत्ती के है.
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कार से लाल बत्ती हटाने वाले पहले केन्द्रीय मंत्री बने गडकरी
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी अपनी कार से लाल बत्ती हटाने वाले पहले केन्द्रीय मंत्री बन गये हैं.मंत्रिमंडल की बैठक के फौरन बाद उन्होंने अपनी कार से लाल बत्ती हटा ली.उन्होंने कहा कि यह निर्णय देश में ‘‘स्वस्थ लोकतांत्रिक मूल्यों’’ को मजबूती देने के लिये लिया गया है.
देवेन्द्र फडणवीस ने भी हटाई लालबत्ती
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आज अपनी सरकारी कार से लालबत्ती हटा दी. केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों के वाहनों से लालबत्ती हटाने का फैसला लिए जाने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है. फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र वीआईपी वाहनों पर लगने वाली लालबत्ती का प्रयोग बंद करके वीआईपी संस्कृति समाप्त करने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कदम का स्वागत करता है।’ उन्होंने लिखा, ‘हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने वाले इस ऐतिहासिक कदम के समर्थन में मैंने अपनी कार में लालबत्ती का प्रयोग बंद कर दिया है।’ कांग्रेस ने भी इसका स्वागत किया है।
लालबत्ती पर रोक , कांग्रेस ने फैसले का स्वागत किया
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री सहित विभिन्न महत्वपूर्ण व्यक्तियों के वाहनों के उपर लाल बत्ती के प्रयोग पर रोक लगाने के सरकार के फैसले का आज स्वागत किया किन्तु इस मुद्दे को लेकर नैतिकता की दुहाई देने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के प्रयासों को हास्यास्पद बताया.विपक्षी दल ने कहा कि यह देश में वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने की दिशा में एक कदम है.कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भगवा दल को कांग्रेस की प्रगतिशील नीतियों को अपनाते हुए देखना अच्छा लगता है।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों तक की कारों से हटेगी लालबत्ती
आगामी एक मई से अधिकारियों के वाहनों पर लालबत्ती नहीं होगी.सरकार ने वीआईपी वाहनों की लालबत्ती संस्कृति समाप्त करने का आज फैसला किया.राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों सहित किसी भी वीवीआईपी के वाहन पर एक मई से लालबत्ती नहीं होगी.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यहां हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया.सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी जानकारी देते हुये कहा कि सरकार ने वीआईपी वाहनों से लाल बत्ती हटाने का फैसला किया है.एंबुलेंस और अग्निशमन जैसे आपात परिस्थितियों में काम आने वाले वाहनों में ही लाल बत्ती का इस्तेमाल करने की अनुमति होगी।
लाल बत्ती का ‘लोकतांत्रिक देश में कोई स्थान नहीं है
सरकार ने कहा है कि वीआईपी संस्कृति का प्रतीक बन चुकी लाल बत्ती का ‘लोकतांत्रिक देश में कोई स्थान नहीं है।’ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा, ‘‘एक मई के बाद कोई भी अपने वाहन के उपर लाल बत्ती नहीं लगा सकेगा.देश में आपात परिस्थितियों में इस्तेमाल होने वाले वाहनों में नीली बत्तियां लगाई जा सकेंगी.केन्द्र और राज्य सरकारों को इस तरह की विशेष अनुमति लाल बत्ती लगाने की देने का कोई अधिकार नहीं होगा।’ उन्होंने कहा कि वाहन के उपर लाल बत्ती लगाने का मुद्दा काफी समय से चर्चा में रहा है.कुछ लोगों को सड़क पर विशेष अधिकार क्यों होने चाहिये इस पर बहस होती रही है।