नई दिल्‍ली: राष्‍ट्रीय राजधानी के बुराड़ी में 1 परिवार के 11 सदस्‍यों की रहस्‍मयी परिस्थितियों में मौत पर एक रिश्‍तेदार ने कहा है कि परिवार धार्मिक था. जैसा मीडिया में कहा जा रहा है कि वह किसी तांत्रिक के प्रभाव में थे तो ऐसा नहीं है. यह एक साजिश है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक रिश्‍तेदार सुजाता ने बताया कि घर में जो पाइप लगे मिले हैं उनका कनेक्‍शन सौर ऊर्जा (solar energy) से है. साथ ही घर में वेंटिलेशन के लिए उन्‍हें लगाया गया था. 


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11 सदस्यों की आंखें नेत्र बैंक को दान कीं
उधर मृत 11 सदस्यों की आंखें सोमवार को एक नेत्र बैंक को दान कर दी गईं. इस परिवार के 10 सदस्य छत से लटके मिले थे और एक व्यक्ति का शव जमीन पर पड़ा था. मृतकों की आंखें गुरु नानक आई सेंटर को दान की गईं. इसे लेकर संबंधियों ने कहा कि परिवार धार्मिक था और हमेशा दूसरों की मदद करना चाहता था. एक संबंधी ने सोमवार को मीडिया से कहा, 'परिवार ने हमेशा दूसरों की मदद की और अपनी आंखें दानकर वे 22 लोगों की मदद कर सकते हैं, क्योंकि एक जोड़ी आंखें दो लोगों की आंखों में रौशनी दे सकती हैं.'


 



 


मृतकों के शवों को सोमवार शाम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से दाह संस्कार के लिए निगमबोध घाट ले जाया जाएगा. मेडिकल कॉलेज में शवों को पोस्टमार्टम के लिए रखा गया था. दिल्ली पुलिस मामले की सभी संभव कोणों से जांच कर रही है. पुलिस को उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके के दो मंजिला घर से पूजा स्थान के पास से एक हाथ से लिखा हुआ नोट बरामद हुआ है. इसमें से ज्यादातर के आंखों पर पट्टी थी, मुंह पर भी पट्टी लगी थी और उनके हाथ पीछे बांधे हुए थे. सबसे बुजुर्ग नारायण देवी (77) का शव जमीन पर पाया गया था, जिस पर गला घोंटने के निशान मिले हैं. (एजेंसी से इनपुट)