नई दिल्ली: 'कौन बनेगा करोड़पति' की लॉटरी स्कीम की आड़ में एक बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ है. ठगी के पैसे को हवाला के जरिये पाकिस्तान भेजा जाता था. दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने बिहार के गोपालगंज से तीन ठगों को पकड़ा है, जो पाकिस्तानी मूल के ठग के साथ मिलकर वारदात करते थे. गिरोह का नेटवर्क पूरे भारत में फैला है और इसी साल जनवरी में उड़ीसा के कालाहांडी में एक युवक की आत्महत्या के बाद इस गिरोह के सरगना राणा प्रताप का नाम सामने आया था. पुलिस के मुताबिक तीन लड़कों को पकड़ा है, जो पाकिस्तान के राणा प्रताप के लिए काम करते थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आरोपी इम्तियाज, इमरान और संतोष ने पिछले साल 7 मार्च को ठगी शुरू की थी. पुलिस ने गुरुवार को इन्हें पकड़ा. पुलिस की माने तो नजफगढ़ की रहने वाली एक महिला ने पुलिस को शिकायत दी कि उससे 40 लाख रुपये ठगे गए हैं. महिला से बैंक अकाउंट्स में पैसे ट्रांसफर कराए गए और फिर आरोपियों ने उससे व्हाट्सएप का बैकअप डिलीट करवा दिया.


महिला ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि पाकिस्तानी नंबर से व्हाट्सएप मिला था, जिसमें उसके लॉटरी जीतने की बात कही गई थी. महिला उनके जाल में फंस गई. महिला का नंबर आरोपियों ने ढूंढा था, जबकि पाकिस्तान के राणा ने खुद महिला से बात करके उनको फंसाया था. 5-10 हजार रुपये करके करीब 40 लाख रुपये उनके अकाउंट में डाल दिए.


लाइव टीवी यहां देखें:


जब पुलिस ने रिकॉर्ड खंगाले तो जिन अकाउंट में महिला ने पैसे डाले थे, उसमें से एक अकाउंट सक्रिय मिल गया. पुलिस ने उस पर नजर रखनी शुरू की और पुख्ता होने के बाद तीनों लड़कों को बिहार से उठा लिया. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह साल 2019 में नौकरी की तलाश में दिल्ली आया था.


यहां उनको फर्जीवाड़े के बारे में पता चला और आरोपियों ने दिमाग लगाकर राणा प्रताप का नंबर जुगाड़ लिया. एक मोबाइल ऐप की मदद से आरोपियों ने राणा से बात की और उसके साथ गिरोह में जुड़ गए. आरोपी ठगी का करीब 30 प्रतिशत अपने पास रखते थे, जबकि बाकी पैसा हवाला ऑपरेटर को दे दिया जाता था. फिर वह पैसा पाकिस्तान चला जाता था.


ठगों से परेशान होकर युवक कर चुका है सुसाइड
उड़ीसा के कालाहांडी में एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी. इससे पहले उसने एक वीडियो बनाया था, जिसमें उसने राणा प्रताप का नाम लिया था. राणा ने उससे भी लाखों रुपये ऐंठे थे. पता चला है कि राणा इस्लामाबाद में रहता है, लेकिन पाकिस्तान में छिपे होने के कारण पुलिस उस तक नहीं पहुंच पा रही है. अब तक उसके हवाला ऑपरेटर की तलाश कर रही है.