Delhi-NCR Air Pollution Measures: दिल्ली में गुरुवार (14 नवंबर) को लगातार दूसरे दिन वायु गुणवत्ता (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में रिकॉर्ड की गई. इसके कारण, दिल्ली-एनसीआर के सभी स्कूलों में कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए सभी कक्षाएं ऑनलाइन मोड में होंगी. दिल्ली सीएम ऑफिस से जारी आदेश के मुताबिक, बढ़ते प्रदूषण के स्तर के कारण, दिल्ली के सभी प्राथमिक विद्यालय अगले निर्देश तक ऑनलाइन कक्षाओं में तब्दील हो जाएंगे. ये सभी कार्रवाई दिल्ली-एनसीआर और आस-पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CQM) द्वारा GRAP फेज III के आह्वान के भाग के रूप में किए जाने वाले उपायों का हिस्सा है.


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दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने बताया, कल से क्या बदलेगा


दिल्ली में इन सभी बदलावों वाला नियम शुक्रवार को सुबह 8 बजे से लागू होगा. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने शाम को एक्स पर पोस्ट किया, "कल सुबह 8:00 बजे से GRAP-III के कार्यान्वयन के मद्देनजर, कल से कार्यदिवसों पर 20 अतिरिक्त ट्रिप (GRAP-II के कार्यान्वयन के बाद से पहले से लागू 40 ट्रिप के अतिरिक्त) शुरू की जाएंगी. इस प्रकार, GRAP-III के लागू रहने तक दिल्ली मेट्रो द्वारा कार्यदिवसों पर 60 अतिरिक्त ट्रिप लगाई जाएंगी."



दिल्ली में लगातार दूसरे दिन 'हवा' गंभीर, शुक्रवार से कई कड़े नियम


दिल्ली की 24 घंटे की औसत वायु गुणवत्ता गुरुवार शाम 4 बजे  424 AQI दर्ज की गई. लगातार दूसरे दिन यह ‘गंभीर’ श्रेणी में है. इसके सुधारने की दिशा में उठाए गए प्रशासनिक कदमों का मतलब है कि सरकारी और निजी स्कूलों में प्राथमिक विद्यालय के छात्रों के लिए कक्षाएं संबंधित सरकारों द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद ऑनलाइन होंगी. धूल पैदा करने वाली निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा. मेट्रो, रेलवे और राजमार्ग, सड़क और फ्लाईओवर जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं के निर्माण की गतिविधियां को इसके अपवाद में रखा गया है.


दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में एक्शन


दिल्ली के अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिलों में बीएस III पेट्रोल और बीएस IV डीजल से चलने वाले चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध भी बढ़ते वायु प्रदूषण पर रोकथाम के उपायों का हिस्सा है. डीजल से चलने वाले माल ढोने वाले मध्यम वाहन जो बीएस-III मानक या उससे कम हैं और दिल्ली में पंजीकृत हैं, उन पर भी प्रतिबंध रहेगा. बीएस III या उससे कम मानक वाले डीजल से चलने वाले एलसीवी पर भी प्रतिबंध रहेगा.


ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाले बसों के अलावा नो एंट्री


ईवी/सीएनजी/बीएस-VI डीजल के अलावा एनसीआर राज्यों से आने वाली अंतर-राज्यीय बसें दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकतीं. जिन बसों के पास ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाले बसों को इसमें रियायत दी गई है. दिल्ली और एनसीआर में खनन गतिविधियों और स्टोन क्रशर को भी अगले आदेश तक अपनी सभी गतिविधियां बंद करनी होंगी. हालांकि, इसक बावजूद स्थानीय और बाहर से आने वाले लोगों के मन में बड़ा सवाल है कि इससे दिल्ली की हवा कितनी सुधर पाएगी?


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देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया दिल्ली-एनसीआर


रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार सुबह दिल्ली में धुंध की मोटी चादर छाई रही और शहर की वायु गुणवत्ता में बुधवार की तुलना में और ज्यादा गिरावट देखी गई. इसके चलते राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, कुछ क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) आनंद विहार में 473, द्वारका में 458, आरके पुरम में 454, मुंडका में 460, चांदनी चौक में 407 दर्ज किया गया था. 24 घंटे का औसत PM10 (365 ug/m3) और PM2.5 का स्तर (224 ug/m3) सुबह 7 बजे तक लगभग चार गुना अधिक था. 


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आईजीआई एयरपोर्ट, दिल्ली पर विजिबलिटी बेहद कम


इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGIA) पर घने कोहरे के बीच बेहद कम दृश्यता (विजिबलिटी) हैं. इसे महज 300 मीटर तक रिकॉर्ड किया गया. एयरपोर्ट ऑपरेटर DIAL ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "दिल्ली एयरपोर्ट पर कम विजिबलिटी जारी हैं. फिलहाल सभी उड़ान संचालन सामान्य हैं." इसने यात्रियों से अनुरोध किया कि वे उड़ान की अपडेटेड जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें. वहीं, कई एयरलाइंस ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की. उसमें खराब मौसम की वजह से उड़ानों को रद किए जाने और देरी होने के बारे में बताया गया.